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Uttarakhand Budget Session: मंगलवार से उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र का शुभारंभ हो गया। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों का बखान किया गया और विकसित उत्तराखंड का रोडमैप पेश किया गया। अभिभाषण शुरू होते ही विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी और वेल में आकर विरोध शुरू कर दिया। हालांकि विपक्षी विधायकों के विरोध के बीच राज्यपाल अभिभाषण जारी रहा। तीन बजे स्पीकर रितु खंडूरी भूषण द्वारा राज्यपाल अभिभाषण पढ़ा गया जिसके बाद बुधवार सुबह ग्यारह बजे तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया।
मौजूदा विधानसभा सत्र में राज्य सरकार बजट के अलावा दो विधेयक और तीन अध्यादेश सदन के पटल पर रखेगी। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल धामी सरकार का बजट पेश करेंगे।
बजट अभिभाषण में राज्यपाल ने धामी सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हुए भविष्य के लिए विकसित उत्तराखंड का रोडमैप रखा। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यूसीसी से करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता यानी UCC लागू करने वाला उत्तराखंड, देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि यूसीसी के माध्यम से मुख्य रूप से महिलाओं के हितों की रक्षा की जा सकेगी।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार की विकास योजनाओं का अब तक का ब्यौरा पेश करते हुए भविष्य का रोडमैप भी पेश किया। करीब घंटे भर के अभिभाषण में राज्यपाल ने 43 विभागों की विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आगामी वित्त वर्ष में सरकार किस तरह से जनता को लाभान्वित करेगी।
राज्यपाल अभिभाषण में उत्तराखंड लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली अधिनियम 2024, ऑपरेशन स्माइल के तहत ऑपरेशन मुक्ति, साइबर क्राइम रोकने को जारी हेल्पलाइन नंबर 1930, यातायात प्रबंधन के लिए रियल टाइम ट्रैफिक एडवाइजरी, कारागार में बंदी की मृत्यु पर विधिक उत्तराधिकारियों को मुआवजा राशि के भुगतान की नीति का उल्लेख किया।
अभिभाषण में राज्यपाल ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के पदकों के शतक लगाने के रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए उदीयमान खिलाड़ियों के लिए होने वाले खेल महाकुंभ, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के अंतर्गत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेलों में मेडल विजेताओं को सरकारी नौकरी देने का भी उल्लेख किया।
उन्होंने बताया कि सतत विकास लक्ष्यों के अंतर्गत उत्तराखंड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है तो सीएम कॉनक्लेव केआर एजेंडे के तहत परिवार पहचान पत्र योजना पर काम किया जा रहा है। राज्यपाल ने उत्तराखंड की स्टार्टअप नीति एवं इसके प्रभावों के बारे में भी बताया। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग, आयुष विभाग, कार्मिक एवं सतर्कता विभाग, समाज कल्याण विभाग साहिर 43 विभागों की योजनाओं को इस साल अन्यत्र जारी रखते हुए इनका लाभ जन जन तक पहुँचाने के संकल्प पर ज़ोर दिया।
वहीं, राज्यपाल ने अभिभाषण में बताया कि उत्तराखंड राज्य में वर्ष 2000-2001 में प्रतिव्यक्ति आय 16,232 रुपए थी, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 2,46,178 रुपए हो गई है। राज्यपाल ने कहा कि यह आंकड़ा राज्य की प्रगति को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी दर में कमी आई है। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही में स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण ने राज्यपाल के अभिभाषण को वाचन किया जिसके बाद राज्यपाल अभिभाषण सदन की कार्यवाही का हिस्सा बन गया। राज्यपाल के बजट अभिभाषण के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित तमाम मंत्री और विधायक सदन में मौजूद रहे।
हालांकि राज्यपाल अभिभाषण के दौरान सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा। विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने वेल में आकर नारेबाज़ी जारी रखी और बाद में सदन से वाकआउट करके नाराज़गी जताई। जैसे ही राज्यपाल ने अपना बजट अभिभाषण पढ़ना शुरू किया तो नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सदन में सत्र की अवधि कम होने का मुद्दा उठाया और पूछा कि सत्र की इतनी कम अवधि में जनता के मुद्दे कैसे उठेंगे। इसी के साथ विपक्षी विधायक वेल में आ गए और सत्र की अवधि ना बढ़ाने के विरोध में नारेबाज़ी करते रहे। इस दौरान बसपा विधायक मोहम्मद शहज़ाद भी विपक्ष के विरोध का हिस्सा बने।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार नहीं चाहती कि विधानसभा का सत्र लंबा चले। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के मुद्दों से आंखें चुरा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दे उठाना चाहती है लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज़ सुनने को तैयार नहीं है। उधर, जब राज्यपाल अभिभाषण पढ़ रहे थे तब सरकार की उपलब्धियों पर सत्ताधारी दल के विधायक मेज थपथपा रहे थे। जबकि विपक्ष के विधायक विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। इसके बाद विरोध में नारेबाज़ी करते हुए विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। भोजनावकाश के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के विधायकों ने फिर सत्र बढ़ाने की मांग उठाई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
सत्र का आग़ाज़ होने से पहले सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण से मुलाकात की। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक खजान दास और बागेश्वर विधायक पार्वती दास भी मौजूद रहीं। ज्ञात हो कि पहली बार सत्र ई विधानसभा में हो रहा है।
विधानसभा के बजट सत्र को लेकर सोमवार को हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में 18-20 फरवरी तक सदन के संचालन का मसौदा तय किया गया था। इस दौरान राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा और धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने से लेकर विधेयक, अध्यादेश और बजट पारण होगा। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल 20 फरवरी को दोपहर साढ़े 12 बजे प्रदेश सरकार का वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश करेंगे।