
सीबीआई ने उत्तराखंड ग्रेजुएट लेवल एग्जामिनेशन पेपर लीक मामले में एक असिस्टेंट प्रोफेसर को किया गिरफ्तार*
आरोपी को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा
देहरादून: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को शहीद श्रीमती हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय, अगरोरा (धार मंडल), टिहरी गढ़वाल की एक असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को उत्तराखंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा पेपर लीक मामले में दो अन्य आरोपी प्राइवेट व्यक्तियों (भाई और बहन) के साथ साजिश का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के नाम मोहम्मद खालिद और उसकी बहन सबीहा है।
पूर्व में उत्तराखंड सरकार द्वारा ट्रांसफर किए जाने पर सीबीआई ने यह मामला अपने हाथ में ले लिया था। सीबीआई ने आरोपी व्यक्ति और उसकी बहन को पुलिस हिरासत में लिया था और विस्तार में जांच की थी। पुलिस हिरासत में आरोपी और उसकी बहन की पूरी जांच और मोबाइल फोन और दूसरे सबूतों की जांच के बाद, असिस्टेंट प्रोफेसर की भूमिका जाँच के घेरे में आई। इसलिए, असिस्टेंट प्रोफेसर को शुक्रवार 28 नवंबर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को मेडिकल जांच के बाद तय कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अब तक की जांच से पता चला है कि असिस्टेंट प्रोफेसर ने परीक्षा के दौरान अपनी बहन के ज़रिए मिले प्रश्न पत्र के कुछ हिस्से को हल करने में आरोपी व्यक्ति की मदद की थी और उत्तर को परीक्षा में बैठे आरोपी व्यक्ति को भेजा था। ज्ञात ही की सीबीआई द्वारा यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय पेपर लीक मामले की सीबीआई दैनिक स्तर पर जांच कर रही है। पेपर लीक होने के बाद उत्तराखंड बेरोजगार संघ सड़कों पाए उतर कर सीबीआई जांच की माँग की थी जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धरना प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं के बीच जाकर सीबीआई जांच की घोषणा की थी।



