दिल्ली: उत्तराखंड की सत्ता के लिए छिड़े संघर्ष को लेकर जनता 14 फरवरी को फैसला लेगी और 70 सीटों को लेकर 10 मार्च को नतीजे आएंगे। भाजपा, कांग्रेस और AAP चुनावी जंग जीतने को पसीना बहा रहे। इसी बीच C-Voter के ताजा सर्वे के अनुसार भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूबे में कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है। सीट और वोट शेयर, दोनों के लिहाज से कांग्रेस से बीजेपी को कड़ी चुनौती मिल रही है।
सीट: किसको कितनी?
उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा में इस बार बीजेपी को 2017 की 57 सीटों के मुकाबले 31-37 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि कांग्रेस पिछली बार की 11 सीटों से बड़ी बढ़त लेते हुए 30-36 सीटें हासिल कर सकती है। ये
आंकड़े साफ इशारा कर रहे कि उत्तराखंड में 2017 की तरह 2022 में मोदी लहर नहीं दिख रही उलटे भाजपा विधायकों को अपनी लोकल एंटी इनकमबेंसी से जूझना पड़ रहा है। इस बार राज्य में दोनों दलों में से किसी की भी सरकार बन सकती है क्योंकि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों का अधिकतम सीट आंकड़ा बहुमत के पार का है।
हालाँकि इस सर्वे में हरिद्वार जिले की चार से पांच सीटों पर भाजपा और कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही बसपा को जीरो सीट मिलते दिखाया गया है जबकि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 2-4 सीटें मिलती दिख रही हैं। लेकिन जमीनी हकीकत देखकर लगता है कि शायद ही आम आदमी पार्टी एकाध सीट जीत पाए। सर्वे में अन्य को भी एक सीट मिलते दिखाया है।
पोल ऑफ पोल्स ?
अगर उतराखंड ऑफ पोल्स की बात करें तो उत्तराखंड में कांग्रेस को 35-39 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि भाजपा को 28-32 सीटें ही मिल पा रही हैं यानी भाजपा के हाथ से सत्ता जाती दिख रही है। वहीं आम आदमी पार्टी को 1-4 सीटें और अन्य के खाते में 0-1 सीट जाती दिख रही है।
वोट: किसको कितना प्रतिशत?
सर्वे के लिहाज से वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला बताया है। बीजेपी को 43 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस को 41 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं। आम आदमी पार्टी को 13 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। जबकि अन्य के खाते में तीन प्रतिशत वोट जाते दिख रहे हैं।