दिल्ली: सात बार सांसद रह चुकी बंगाल सीएम ममता बनर्जी आज संसद सदस्य नहीं हैं और उनको मुख्यमंत्री बने रहने के लिए 5 नवंबर तक उपचुनाव जीतकर विधानसभा मे दाखिल होना होगा। लेकिन कोरोना और प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी से टकराव को देखते हुए सियासी पंडित ममता के सामने कुर्सी छोड़ने की मुसीबत देख रहे हैं। पर अब ममता बनर्जी ने एक ऐसा दांव चल दिया है जो न केवल उनके उपचुनाव फंसने के बाद की तैयारियों का इशारा करता है बल्कि 2024 को लेकर दीदी के दिल में बसे दिल्ली के ख़्वाब का संकेत भी देता है।
दरअसल, तृणमूल कॉंग्रेस ने बंगाल सीएम ममता बनर्जी को बिना सांसद बने ही अपना संसदीय दल नेता चुन लिया है। हालाँकि यह कोई नियम नहीं लेकिन आम तौर पर पार्टियां किसी वरिष्ठ संसद सदस्य को ये ज़िम्मेदारी देती हैं। पर बंगाल बैटल में मोदी-शाह को मात दे चुकी मोदी बनर्जी ने पार्टी के संसदीय दल का नेता बनकर साफ कर दिया है कि TMC 2024 को लेकर किस तरह से बड़ी तैयारी कर रही है। बंगाल चुनाव से पहले और जीत के बाद और मुखर हुई ममता लगातार मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर रही। पर अब संसदीय बोर्ड का नेता बनने के बाद ममता बनर्जी अब और आक्रामक होकर सड़क से हमला बोलेंगी। साथ ही जब प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न दलों के संसदीय दल नेताओं को बुलाएँगे तो अब उसमें ममता बनर्जी भी शिरकत करेंगी। यानी 2024 को लेकर दिल्ली में मोदी से हर मुद्दे पर दो-दो हाथ की पूरी तैयारी कर ली गई है।
बंगाल सीएम ममता बनर्जी 25 जुलाई यानी रविवार को दिल्ली पहुंच रही हैं और पीएम मोदी से मुलाकात तय हो गई है जबकि राष्ट्रपति से भी मुलाकात हो सकती हैं। अहम बात यह है कि ममता बनर्जी सोनिया गांधी सहित विपक्ष के कई बड़े नेताओं से मुलाक़ात करेंगी जिसे 2024 की तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है।
जाहिर है एक तरफ दिल्ली पर फोकस कर रही ममता जहां मोदी से मुकाबले की अपनी तैयारी का इशारा कर रही वहीं विपक्षी दलों खासतौर पर कांग्रेस को भी संकेत दे रही कि 2024 की बिसात पर मोदी के मुकाबले का चेहरा खोजना होगा तो रास्ता बंगाल होकर निकलेगा।