देहरादून: चार साल मुख्यमंत्री रहते त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीजेपी को जितने गहरे गड्डे में पहुँचाया वहाँ से पार्टी को निकालकार बाइस में फिर इक्कीस साबित करने का ज़िम्मा अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर है। पार्टी धामी को 2022 का चुनावी चेहरा करार दे रही तो जीतकर आने पर फिर उनको ही मुख्यमंत्री बनाए जाने की भविष्यवाणी भी कर रही। पार्टी नेतृत्व के इसी भरोसे पर खरा उतरने के लिए पसीना बहा रहे युवा मुख्यमंत्री जहां हर दिन पंचांग-पंडित से अपने सितारों की चाल समझकर सियासी बिसात पर चतुर चालें चल रहे, वहीं एक के बाद एक लोक-लुभावन फैसले लेकर न केवल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को आइना दिखा रहे कि सरकार कैसे चलाई जाती है, वरन विपक्षी कांग्रेस को भी अपनी ‘पैकेज पॉलिटिक्स’ से परास्त करने की कवायद में जुटे हुए हैं।
पुष्कर सिंह धामी 4 जुलाई को मुख्यमंत्री बने थे और अभी दो महीने गुज़रे नहीं लेकिन युवा सीएम चार पैकेज का ऐलान कर बड़ी आबादी की जेब में पैसा पहुँचाने का दांव खेल चुके हैं। ठीक प्रधानमंत्री मोदी के स्टाइल में मुख्यमंत्री धामी भी ऐसे दांव चल रहे हैं जिससे बीजेपी को चुनाव में जमकर वोट पड़ें। धामी अपने छोटे से अब तक के कार्यकाल में चार पैकेज के ज़रिए करीब 730 करोड़ रु बांटने का ऐलान कर चुके हैं। सरकार दावा कर रही है कि 16.45 लाख लोगों की जेब में सीधे पैसा पहुँचेगा। टीम धामी यही उम्मीद कर रही कि जिनकी जेब में पैकेज का पैसा पहुँचेगा वह वोट डालते मुख्यमंत्री धामी और बीजेपी का ख्याल जरूर रखेगा।
धामी की पैकेज पॉलिटिक्स के रडार पर महिला स्वयं सहायता समूह, हेल्थ वर्कर्स, अस्थाई कार्मिक, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण मित्र सहित कई तबके शामिल हैं। सीएम धामी ने 21 जुलाई को कोरोना महामारी के चलते नुकसान उठाने वाले टूरिज्म,परिवहन और सांस्कृतिक क्षेत्र के लिए 200 करोड़ रु के पैकेज की घोषणा की थी जिसके तहत दावा किया गया था कि 1 लाख 63 हजार परिवारों तो लाभ पहुँचेगा। हफ्तेभर बाद 29 जुलाई को सीएम धामी ने हेल्थ वर्कर्स को प्रोत्साहन देने के लिए 205 करोड़ रु के पैकेज का ऐलान किया जिसका फायदा 3 लाख 73 हजार 568 लोगों को मिलेगा ऐसा दावा किया गया है।
धामी सरकार ने 18 अगस्त को महिला सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोज़गार योजनाओं के लाभार्थियों के लिए 118.35 करोड़ रु के पैकेज का ऐलान किया जिसका फायदा 7 लाख 54 हजार 984 लोगों को मिलने का दावा किया गया है। 26 अगस्त को धामी ने ट्रांसपोर्ट सेक्टर, बिजली-पानी कंज्यूमर्स, पर्यावरण मित्रों आदि के लिए क़रीब 205 करोड़ रु की घोषणाएं की जिनका लाभ 3 लाख 54 हजार 284 लोगों को सीधा फायदा पहुँचने का दावा किया गया है। जाहिर है जब दिल्ली सीएम और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल बिजली बिल माफ करने और फ्री बिजली देने की गारंटी दे गए तो सीएम धामी को भी बिजली-पानी पर राहत देने का दांव चलना ही था।
हालाँकि कांग्रेस सीएम धामी की स्लॉग ऑवर्स की इस पैकेज पॉलिटिक्स के बहाने हो रही बल्लेबाज़ी को सिर्फ हवा-हवाई करार दिया है लेकिन टीम धामी तो इस पैकेज पॉलिटिक्स में बीजेपी की जीत देख चुकी है। शायद इसीलिए उनके पंचांग-पंडित आजकल युवा मुख्यमंत्री को देहरादून से ही घोषणाओं के तीर चलाने की नसीहत देकर चैन की बंसी बजा रहे हैं।