
EXCLUSIVE देहरादून: युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवा और तेज़तर्रार IAS Deepak Rawat की मन की मुराद पूरी कर दी है। इसी आदेश के साथ ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की मुराद भी पूरी हो गई। फील्ड के खिलाड़ी आईएएस काफी दिनों से ऊर्जा निगमों में खट रहे थे और वहां भी पिटकुल एमडी व उरेडा निदेशक चार्ज रह गया था। लेकिन अब 30 नवम्बर को अलग से जारी तबादला पत्र में आईएएस दीपक रावत को कुमाऊं का कमिश्नर और डायरेक्टर श्री आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल का दायित्व दे दिया गया है।
हालाँकि 30 नवंबर की मध्यरात्रि 35 आईएएस-पीसीएस अफसरों के तबादलों की जंबो लिस्ट में गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर हटा दिए गए थे लेकिन गढ़वाल में नए कमिश्नर की तैनाती हो गई थी लेकिन कुमाऊं कमिश्नर पद रिक्त बताया गया। लेकिन उसी 30 नवंबर को कार्मिक सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी द्वारा दीपक रावत को पिटकुल एमडी व निदेशक उरेड़ा पदभार से अवमुक्त करते हुए आयुक्त कुमाऊं मंडल व निदेशक श्री आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी के पद पर तैनात कर दिया गया।
संभव है जब बंपर तबादले तय हुए हों तब आईएएस दीपक रावत को कुमाऊं कमिश्नर बनाने का फ़ैसला न हो पाया हो! फिर लिस्ट जारी होते ही ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत और आईएएस दीपक रावत की मनोकामना पूर्ण करने का फैसला ले लिया गया हो और नए पत्र से तबादला आदेश जारी करना पड़ गया हो 30 नवम्बर को ही!
बहरहाल अब पॉवर कॉरिडोर्स में चर्चा है कि क्या आईएएस दीपक रावत कमिश्नर पद के अनुरूप पात्रता रखते भी थे? अब इस पर सचिवालय से लेकर पॉवर कॉरिडोर्स में चर्चा चली है देखिए क्या निष्कर्ष निकलता है!
