देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को भाजपा के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट का आधिकारिक तौर पर आज दोपहर डेढ़ बजे ऐलान हो जाएगा। 2017 में 57 विधायक जीताकर सत्ता में पहुँची भाजपा को विधायकों की एंटी इनकमबेंसी का डर सता रहा है। ऐसे में कई विधायकों के टिकट काटे जाने की चर्चा हो रही है। लेकिन यूपी में जिस तरह से भाजपा में भगदड़ मची उसने पार्टी को मजबूर कर दिया है कि सिटिंग विधायकों के अधिक टिकट न काटे जाएँ वरना यह भगदड़ उत्तराखंड में भी देखने को मिल सकती है। फिर भी लगातार चर्चा है कि एक दर्जन विधायकों के टिकट कट सकते हैं।
कौन होंगे वह विधायक?
क्या इन विधायकों के कटेंगे टिकट?
क्या रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल टिकट काटकर ज़िलाध्यक्ष शिव अरोरा को मिलेगा टिकट?
द्वाराहाट विधायक महेश नेगी का टिकट काटने की बातें काफी समय से चल रही लेकिन मजबूत उम्मीदवार न मिलने पर क्या टिकट पा जाएंगे नेगी?
डोईवाला से त्रिवेंद्र सिंह रावत का टिकट कटना तय माना जा रहा था। हालाँकि वे खुद जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखकर चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। सवाल है कि डोईवाला से नया चेहरा कौन होंगे
काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा का टिकट कटेगा लेकिन वहाँ से नया चेहरा किसे बनाया जाएगा?
झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल का टिकट कटेगा तो क्या
उनकी पत्नी वैजयन्ती को टिकट दिया जाएगा। पौड़ी और ज्वालापुर से विधायकों के टिकट कटने की बात कही जा रही। क्या मुकेश कोली और सुरेश राठौर टिकट बचा पाएंगे?
गंगोलीहाट से मीना गंगोला का टिकट कटने की बात कही जा रही। तो थराली से मुन्नी देवी का टिकट भी सुरक्षित नहीं बताया जा रहा। ये सीटें आरक्षित सीटें हैं और ऐसा लग रहा है कि भाजपा इन सीटों पर सबसे अधिक बदलाव कर सकती है।
कपकोट से बलवंत भौर्याल का टिकट काटकर सुरेश गड़िया को टिकट दिए जाने की बात कही जा रही। अल्मोड़ा से रघुनाथ सिंह चौहान का टिकट काट कैलाश शर्मा को टिकट देने की बात कंफर्म बतायी जा रही।
लालकुआं विधायक नवीन दुम्का का टिकट काटकर हेमंत द्विवेदी या किसी नए चेहरे के लाने की बात हो रही।
कोटद्वार से हरक सिंह रावत के जाने के बाद नया चेहरा आयेगा। गंगोत्री से नया चेहरा देगी भाजपा। पुरोला से दुर्गेश लाल के आने के बाद क्या राजकुमार के टिकट पर रिस्क हो चला है। या राजपुर रोड में बदलाव देखने को मिल सकता है
चकराता में मधु चौहान की बजाय इस बार रामशरण नौटियाल को आज़माने की तैयारी है। लक्सर में भी बदलाव की बातें हो रही। कर्णप्रयाग में नया चेहरा दिखेगा। लोहाघाट में पूरन फर्त्याल सेफ जोन में हैं कि नहीं?
सवाल है कि कितने विधायक यूपी एपिसोड के बाद टिकट बचा पाने में सौभाग्यशाली रहेंगे?