कोर्ट ने बॉबी कटारिया को भेजा तीन दिन के पुलिस रिमांड पर
Controversial Social media Influencer Bobby Kataria arrested by NIA-police: देवभूमि उत्तराखंड में बीच सड़क शराब पीने का ड्रामा कर विवाद में आए सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर बॉबी कटारिया को मानव तस्करी के संगीन आरोप में एनआईए और हरियाणा पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया है। इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर डोले-शोले मचकाकर हीरो बने फिरते विवादित इनफ्लुएंसर बॉबी कटारिया पर उत्तर प्रदेश के दो युवकों से नौकरी के नाम पर लाखों हड़प कर विदेश भेजने और फिर वहां पासपोर्ट आदि कागजात छीनकर अमेरिकी और यूरोपीय देशों में साइबर ठगी करने जैसे संगीन आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि ये दोनों युवक इंस्टाग्राम के माध्यम से बॉबी कटारिया से जुड़े थे और फिर बॉबी कटारिया व अन्य कबूतरबाजों के शिकार बन गए। जैसे तैसे ये युवक जब इंडियन एंबेसी तक पहुंचे तो बॉबी कटारिया एंड गैंग का कबूतरबाजी का पूरा यह खेल एक्सपोज हुआ और फिर एनआईए/ पुलिस ने इस विवादित इनफ्लुएंसर को दबोचा है। कोर्ट ने आज बॉबी कटारिया को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है जिसके बाद अब पुलिस कोशिश करेगी मानव तस्करी के इस पूरे खेल का भंडाफोड़ करने की।
बॉबी कटारिया का कबूतरबाजी का पूरा खेल ?
आइए समझते हैं कि आखिर एनआईए और हरियाणा के गुरुग्राम की पुलिस ने किन संगीन आरोपों में बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है। दरअसल, यूट्यूबर बॉबी कटारिया को एनआईए और गुरुग्राम पुलिस ने उसके गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित फ्लैट और ऑफिस में छापा मारकर करीब 20 लाख रुपए की नगदी तथा कई संदिग्ध डॉक्यूमेंट्स के साथ अरेस्ट किया हकबूतरबाजी के आरोप में अरेस्ट किए गए बॉबी कटारिया के खिलाफ सोमवार को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के अरुण कुमार ने गुरुग्राम में शिकायत दर्ज कराई थी।
अक्सर विवादों में घिरते रहे बॉबी कटारिया पर आरोप लगा है कि वह बेरोजगार युवक और युवतियों को इंस्टाग्राम के माध्यम से फंसाकर विदेश भेजने का खेल खेल रहा था। बॉबी कटारिया के इस कबूतरबाजी के धंधे का भंडाफोड़ करते हुए पीड़ित अरुण कुमार ने पुलिस को बताया कि वह और हापुड़ के धौलाना का रहने वाला दोस्त मनीष तोमर बेरोजगार थे और इंस्टाग्राम से बॉबी कटारिया से परिचित हुए।
बॉबी कटारिया अपने यूट्यूब वीडियोज में विदेश में नौकरी लगवाने को बात करता था जिसके बाद अरुण और उसके दोस्त मनीष ने मोबाइल फोन नंबर पता कर संपर्क साधा तो उनको बॉबी कटारिया के गुरुग्राम स्थित सेक्टर 109 कॉन्सेंट वन मॉल स्थित ऑफिस बुलाया गया। जहां 2 हजार रुपए में रजिस्ट्रेशन करके उनको UAE में अच्छी नौकरी देने का सपना दिखाया गया। उसके बाद तीन किस्तों में साढ़े 3 लाख रुपए बैंक अकाउंट में जमा कराए और फिर अरुण और मनीष को लाओस भेज दिया।
जहां से दोनों को ट्रेन से नावतुई ले जाया गया। वहां से बॉबी के एजेंट दोनों को एक बेनामी चीनी कंपनी में ले गए और मारपीट कर पासपोर्ट आदि कागजात छीन लिए तथा अमेरिकी लोगों के साथ साइबर ठगी करने को मजबूर किया। कुछ समय बाद मौका देख दोनों दोस्त वहां से भाग निकले और इंडियन एंबेसी पहुंच कर अपना दर्द बयां किया जिसके बाद बॉबी कटारिया के इस कबूतरबाजी के धंधे का भंडाफोड़ हो गया है। अरुण और मनीष ने एनआईए/पुलिस को बताया है कि बॉबी कटारिया जैसे कबूतरबाजों ने 150 से ज्यादा भारतीय लोगों को बंधक बनाकर उनके पासपोर्ट आदि छीनकर बेनामी चीनी कंपनी में साइबर ठगी के गैर कानूनी धंधे में धकेल दिया है।
बॉबी कटारिया का विवादों से पुराना नाता
देहरादून में बीच सड़क शराब पीने का बॉबी कटारिया का वीडियो वायरल हुआ तो उत्तराखंड पुलिस को उसके खिलाफ एक्शन लेना पड़ा था। इससे पहले फ्लाइट में स्मोकिंग करने के जुर्म में भी बॉबी कटारिया पर एफआईआर दर्ज हो चुकी।