न्यूज़ 360

क्या आप जानते हैं इंडियन ब्यूटी Miss Universe हरनाज संधू अगले एक साल किस तरह की सुविधाएं पाएंगी, वो भी बिलकुल फ्री, दुनिया की सैर से लेकर बहुत कुछ?

Share now

Miss Universe 2021 Harnaaz Sandhu इंडियन ब्यूटी हरनाज कौर संधू ने मिस यून‍िवर्स 2021 का ख़िताब जीता है. हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को परास्त हुए ये खिताब अपने नाम किया है। क्या आप जानते हैं कि मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीतने के बाद हरनाज कौर संधू को अगले एक साल तक कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी, वो भी बिलकुल मुफ्त!

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंडियन ब्यूटी क्वीन हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स का ख़िताब मिलने पर करीब दो करोड़ (1.89 करोड़) रुपये मिले हैं। सिर्फ इतना नहीं हरनाज को जो क्राउन हासिल हुआ है उसे अब तक का सबसे महंगा क्राउन बताया गया है। द फिलीपीन स्टार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, क्राउन की कीमत 5 मिलियन अमरीकी डालर है जो लगभग 37 करोड़ रुपये है।

इतना ही नहीं हरनाज़ ने मिस यूनिवर्स संगठन से भारी भरकम पुरस्कार राशि भी जीती है। कहा जा रहा है कि हरनाज को एक साल के लिए न्यूयॉर्क में मिस यूनिवर्स अपार्टमेंट में रहने की भी इजाज़त है और उनके ठहरने के दौरान उनके तमाम खर्च संगठन द्वारा उठाए जाएंगे।

मिस यूनिवर्स हरनाज़ को अस्सिटेंट्स, प्रोफेशनल मेकअप आर्टिंस्ट, वर्ल्ड के बेस्ट फ़ोटोग्राफर्स, प्रोफेशनल स्टाइलिस्टों, स्कीन स्पेशलिस्ट, डाइटिशियन, डेंटिस्ट्स आदि की एक बड़ी टीम भी दी जाती है जो उनके लिए एक साल तक फ्री सर्विस देगी। दिलचस्प बात यह है कि मिस यूनिवर्स 2021 जीतने के बाद हरनाज संधू को मिलने वाले बेनेफिट्स की लिस्ट में एक साल के लिए फ्री वर्ल्ड टूर कराया जाएगा, लग्जरी होटलों में रहना और खाना भी शामिल है जो कथित तौर पर मिस यूनिवर्स संगठन द्वारा प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, उन्हें विशेष प्रोग्राम्स, पार्टीज़ और प्रीमियर में भी फ्री एंट्री मिलेगी।

मिस यूनिवर्स हरनाज को मिलने वाली इन तमाम लग्जरी के अलावा उनको चैरिटी इवेंट्स और सोशल वर्क एक्टिविटीज में भी शिरकत करना होता है।
ज्ञात हो कि 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का खिताब इंडियन ब्यूटी को मिला है। हरनाज संधू से पहले 2000 में लारा दत्ता और 1994 में सुष्मिता सेन ने ये ताज जीता था। हरनाज ने मिस चंडीगढ़ का खिताब 2017 में जीता था।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!