चमोली: जिला प्रशासन की एक और बड़ी लापरवाही आई सामने । 13 जैन धर्म के लोगों को बदरीनाथ जाने की परमिशन दे दी गई। जबकि 13 में से 5 लोगों की कोरोना रिपोर्ट 2 दिन पहले ही पॉजिटिव आई थी। हालाँकि 2 दिन के अंदर दोबारा से 13 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन कोविड गाइडलाइन्स की जमकर उड़ाई जा रही है स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के द्वारा धज्जियां। आखिर एक बार कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर 14 दिन तक होम आइसोलेट होना जरूरी होता है। फिर 12 मई को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 14 मई की रिपोर्ट के आधार पर क्यों दे दी गयी परमिशन? क्या आम आदमी के लिए भी हेल्थ महकमा और जिला प्रशासन इतना ही संवेदनशील?
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, चमोली
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