चमोली: उत्तराखंड में हर बार भारतीय सेना देवदूत बनकर सामने आती है। प्राकृतिक आपदाएं हों या बड़ी से बड़ी महामारी, भारतीय सेना का योगदान कोई नहीं भूल सकता है। एक बार फिर से भारतीय सेना कोविड महामारी से बचाने के लिए आम जनमानस के बीच पहुंच चुकी है। पहाड़ों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिसको देखते हुए भारतीय सेना ने एक कोविड अस्पताल का शुभारंभ कर दिया है ।
चमोली में भारतीय सेना की बड़ी सौगात, 50 बेड का कोविंड अस्पताल बन कर तैयार है । इन दिनों जब देश में वेंटिलेटर से लेकर ऑक्सीजन तक की व्यवस्था नही हो पा रही है तब सेना द्वारा इस अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। चमोली जनपद में कहीं भी अगर कोई मरीज कोविड से सीरियस होकर आर्मी अस्पताल में रेफर किया जाता है तो उसका इलाज किया जाएगा।
सेना के डॉक्टरों की टीम कोविड की रोकथाम के लिए प्रयास कर रही है। आर्मी की विशेष टीम कोरोना के बचाव के लिए प्रयास कर रही है। भविष्य में अगर कोविड के मामले बढ़ते हैं और सेना के अस्पताल में कोई मरीज भर्ती किया जाता है तो उसके लिए सारी व्यवस्थाएं की गई हैं जिसके लिए एक विशेष टीम भी तैयार की गई है।
आर्मी के कोविड अस्पताल में भूतपूर्व सैनिकों के परिवार और आम जनता भी इलाज करा सकती है। भारतीय सेना ने हर किसी के लिए कोविट अस्पताल का शुभारंभ किया है। सेना के डिप्टी कमांडेंट प्रदीप सिंह ने बताया कि लगातार सेना क्षेत्र के लोगों के साथ खड़ी है। किसी को भी कोरोना के समय घबराने की आवश्यकता नहीं है, सेना हर समय देश के नागरिकों की रक्षा के लिए तैयार खड़ी है।
कोविड अस्पताल के शुभारंभ के बाद स्थानीय लोगों में भी काफी खुशी देखी जा रही है। चमोली जनपद के सीमांत नगर जोशीमठ सेना कैंप में बनाए गए अस्पताल का हर कोई लाभ उठा सकता है। गरीब से लेकर अमीर तक यहां इलाज के लिए बिना किसी परेशानी के पहुंच सकता है।
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, चमोली