देहरादून: पूर्व सीएम और कांग्रेस कैपेन कमेटी के चीफ हरीश रावत ने लालकुआं से चुनावी ताल ठोककर भाजपा का कुमाऊं-तराई का सारा सियासी गणित गड़बड़ा दिया है। लालकुआं सीट से चुनाव लड़ने का मतलब है कि नैनीताल जिले के साथ-साथ ऊधमसिंहनगर जिले की सीटों पर भी इसका असर पड़ेगा। हरीश रावत की इस क्षेत्र में सक्रियता बढ़ने के बाद भाजपा को इन दोनों जिलों पर और ज्यादा फोकस करना पड़ेगा। खासकर तब जब किसान आंदोलन के चलते भाजपा को तराई बैल्ट में किसानों के गुस्से से भारी नुकसान होने का डर सता रहा है। इसी क्षेत्र से दलित नेता यशपाल आर्य के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में घर वापसी कर लेने के बाद सत्ताधारी दल के लिए चुनौती और भी कठिन हो गई है। लिहाजा भाजपा ने लालकुआं पहुँचे हरदा पर हड़बड़ी में हमले तेज कर दिए हैं।
शनिवार को पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने लालकुआं को हरीश रावत के लिए राजनीतिक मौत का कुआं साबित होने का बयान देकर हमला बोला। बहुगुणा ने कहा कि हरीश रावत को वहीं से लड़ना चाहिए था जहां से पिछली बार हारे थे लेकिन वे लालकुआं आ गए जो अब उनके लिए सियासी मौत का कुआं साबित होगा। अब बहुगुणा के ‘लालकुआं साबित होगा मौत का कुआं’ जुमले को हरदा ने हथियार बनाकर पलटवार किया है। रावत ने कहा है कि भाजपा ने पांच साल विकास ठप रखा है, अब लालकुआं अमृत कुंड बनेगा और यहां से निकले विकास से सूबे को भी फायदा होगा।
यहाँ पढ़िए हरीश रावत ने क्या कहा हूबहू
भाजपा के नेता मेरा अपमान करते-करते #लालकुआं के लिए भी गलत मनोवृति का परिचय दे रहे हैं! भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और एक पूर्व मुख्यमंत्री का बयान है कि हरीश रावत राम-नगर से निकलकर कुएं में चले गए हैं। मैं भाजपा के नेताओं से कहना चाहता हूं कि भाजपा के लोगों ये लालकुआं, अमृत कुंड है। इसी अमृत कुंड से हरीश रावत जी जिस अमृत को लेकर आएगा, वही अमृत लालकुआं के भी विकास को शीर्ष पर पहुंचाएगा और उत्तराखंड के विकास को भी गति देने का काम करेगा। भाजपा के लोगों आपने 5 साल विकास को मारा है, उस विकास को फिर से खड़ा करने के लिए अमृत की ही जरूरत है और मैं उसी अमृत की तलाश में लालकुआं आया हूंँ और मुझे पूरा विश्वास है कि लालकुआं की जनता-जनार्दन मेरी याचना व भक्ति मंथन को उस से लाल कुआं की आकांक्षा को स्वीकार करेगी और अमृत का जो कलश मेरे हाथ में रखेगी उससे मैं लालकुआं की जन आकांक्षा को पूरा करूंगा और उत्तराखंड की जन आकांक्षाओं को भी आगे बढ़ाऊंगा। “जय हिंद, जय उत्तराखंड-जय उत्तराखंडियत”।
हरीश रावत ने रुद्रप्रयाग में डोर टू डोर कैंपेन करने पहुँचे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भ्रष्टाचार के वार पर भी पलटवार किया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार खुद तो भ्रष्टाचार पर काबू नहीं रख पाई लेकिन आप पांच साल सरकार चलाने के बादकांग्रेस पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगा रही है।हरीश रावत ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि भाजपा की सरकार में दम है तो वह 2016 के स्टिंग प्रकरण की जांच कराकर मेरे खिलाफ कार्रवाई करे। रावत ने कहा कि अगर वे दोषी निकले तो राजनीति छोड़े देंगे।
सवाल है कि आखिर जब हाईकोर्ट से मामले में जांच करने को लेकर सीबीआई को हरी झंडी मिले लंबा वक्त गुजर गया तब भी केन्द्र की मोदी सरकार जांच पर कुंडली मारे क्यों बैठी है? क्या स्टिंग प्रकरण की जांच को अंजाम तक भी पहुँचाया जाएगा या फिर इसके बहाने सिर्फ पॉलिटिकल माइलेज लेने भर की कोशिश होती रहेगी?