Chardham Yatra 2023: गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 की औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। अक्षय तृतीया के मौके पर शनिवार दोपहर 12:35 बजे गंगोत्री धाम के कपाट पूरे विधि विधान के साथ खोले गए। इसके बाद 12:41 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कपाट खुलने के अवसर पर मां गंगोत्री के धाम पहुंचे और फिर मां की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। सीएम धामी ने मां के दर्शन करने आए देश दुनिया के तीर्थयात्रियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। वहीं उत्तराखंड के राज्यपाल ने भी गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं।
मां गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाने की प्रक्रिया शुक्रवार से ही शुरू हो गई थी जिसके तहत मां गंगा की भोगमूर्ति को डोली में विराजमान किया गया और मुखबा गांव से डोली को जयकारों के साथ दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर आर्मी बैंड, ढोल दमाऊं और रणसिंगे के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना किया गया। मां गंगा की विदाई के दौरान मुखबा के ग्रामीण भावुक भी हो गए थे। मां की डोली प्राचीन पैदल मार्ग से होते हुए भैरों घाटी पहुंची और फिर शनिवार तड़के डोली गंगोत्री के लिए रवाना हो गई थी।
जबकि मां यमुनोत्री की डोली शुक्रवार को खरसाली से रवाना हुई थी। परंपरा है कि हर साल अक्षय तृतीया पर मां यमुना अपने शीतकालीन प्रवास और अपने मायके खुशीमठ से यमुनोत्री धाम पहुंचती हैं। खुशीमठ से शनिवार सुबह आठ बजे पूजा अर्चना के बाद पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शनिदेव की अगुआई में मां यमुनोत्री की डोली अपने धाम के लिए प्रस्थान करती हैं।
आज अक्षय तृतीया पर मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री के मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। जबकि अब केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बदरीनाथ धाम में कपाट 27 अप्रैल को ग्रीष्मकाल के लिए खुलेंगे। सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।