
CBI notice to former governor Satyapal Malik: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलावा भेजा है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहते दो फाइलों पर दस्तखत करने के एवज में 150-150 करोड़ यानी कुल 300 करोड़ की रिश्वत संबंधी उनके खुलासे के बाद सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है।
सत्यपाल मलिक ने कहा है कि सीबीआई उनके खुलासे के संबंध में पूछताछ करना चाहती है। बताया जा रहा है कि सत्यपाल मलिक को 27और 28 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा है। हालांकि अभी केंद्रीय जांच एजेंसी की तरफ से इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है।
क्या कहा था सत्यपाल मलिक ने ?
ज्ञात हो कि सबसे पहले 17 अक्टूबर 2021 को सत्यपाल मलिक ने राजस्थान के झुंझुनूं में एक प्रोग्राम में कहा था,”कश्मीर में जाने के बाद मेरे पास दो फाइलें आईं। एक फाइल अंबानी की थी और दूसरी आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति की थी जो पिछली महबूबा मुफ्ती और बीजेपी की गठबंधन सरकार में मंत्री थे। वह व्यक्ति पीएम मोदी के भी बेहद करीबी थे। मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटाला है और फिर मैंने बारी बारी से दोनों डील रद्द कर दी। मुझे सचिवों ने कहा था कि दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। लेकिन मैंने कहां कि मैं पांच कुर्ता पायजामे के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा।” ज्ञात हो कि सत्यपाल मलिक 23 अक्तूबर 2018 से 30 अक्तूबर 2019 तक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे।
अभी हाल में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक न डिजिटल प्लेटफॉर्म द वायर के लिए सीनियर जर्नलिस्ट करन थापर को दिए इंटरव्यू में फिर इन बातों को दोहराया है। सत्यपाल मलिक ने आरएसएस और भाजपा नेता राम माधव द्वारा अनिल अंबानी की कंपनी की इंश्योरेंस प्रस्ताव संबंधी फाइल को ओके कराने के लिए राजभवन पहुंचकर सिफारिश करने का दावा दोहराया है। हालांकि राम माधव ने इस खुलासे के बाद सत्यपाल मलिक को मानहानि नोटिस भेजा है।
ज्ञात हो कि पिछले साल अप्रैल में सीबीआई ने अंबानी की कंपनी से जुड़े बीमा संबंधी प्रकरण और किरू पनबिजली परियोजना से संबंधित 2200 करोड़ के सिविल कार्य में भ्रष्टाचार संबंधी मलिक के आरोप के बाद दो मुकदमें दर्ज किए थे। इसी संबंध में पिछले साल अक्तूबर में भी पूर्व राज्यपाल से सीबीआई ने पूछताछ की थी।