देहरादून: धामी सरकार 2.0 को कामकाज करते एक माह से लंबा वक्त गुजर चुका है लेकिन बेहद संवेदनशील मसलों पर भी सरकार में बैठे मंत्री ‘अपनी ढपली-अपना राग’ के अंदाज में कामकाज करते दिख रहे हैं। अब आप चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को कोरोना जांच करानी होगी या नहीं करानी होगी इसे लेकर मंत्रियों की परस्पर विरोधाभासी बयानबाजी से स्थिति समझी जा सकती है।
मई के पहले हफ्ते से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों की कोविड जांच यानी RT-PCR को लेकर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कह दिया कि RT-PCR अनिवार्य होगा। जबकि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के जुदा बयान भी सामने आए। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों में फैलते इस भ्रम को दूर करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु को निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों की बैठक के बाद फ़रमान जारी किया कि चारधाम यात्रा पर अन्य राज्यों से चलकर उत्तराखंड आने वाले यात्रियों को न तो कोविड जांच यानी RT-PCR कराने की जरूरत है और ना ही वैक्सीनेशन सर्टिफ़िकेट लेकर आने की बाध्यता है। इसी के साथ यात्रियों और चारधाम श्रद्धालुओं में कोविड जांच को लेकर मंत्रियों के विरोधाभासी बयानों से बनी भ्रम की स्थिति खत्म हो गई है।
उधर अब चारों धामों के कपाट खुलने का समय नज़दीक आ रहा है तो उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 के कपाट खुलने के लिए देवडोलियों के धामों की ओर प्रस्थान करने का कार्यक्रम भी जारी हो गया है।
कपाट खुलने हेतु तैयारियां
बदरीनाथ और केदारनाथ यात्रा 2022 के कपाट खुलने के लिए देव डोलियों का धामों के लिए प्रस्थान कार्यक्रम इस तरह रहेगा:
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया है कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई शुक्रवार समय प्रात: 6.15 पर खुलेंगे।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के प्रस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत भैरव पूजा 1 मई यानी रविवार को होगी। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली का धाम की ओर प्रस्थान 2 मई यानी सोमवार प्रात: 9 बजे होगा। 2 मई को प्रथम पडाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी प्रवास रहेगा।
जबकि 3 मई यानी मंगलवार को डोली गुप्तकाशी से प्रात: 8 बजे फाटा प्रस्थान करेगी एवं वहीं प्रवास रहेगा।
4 मई बुधवार फाटा से प्रात: 8 बजे श्री गौरामाई मंदिर गौरीकुंड प्रस्थान एवं प्रवास गौरीकुंड रहेगा। जबति 5 मई बृहस्पतिवार गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे भगवान की पंचमुखी डोली गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। 6 मई शुक्रवार प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खुलेंगे।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई रविवार प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर खुलेंगे।
श्री बदरीविशाल देवडोली प्रस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत 6 मई शुक्रवार प्रात: 9 बजे श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी एवं तेलकलश गाडू घड़ा सहित श्री बदरीनाथ धाम के रावल योगध्यान बदरी प्रस्थान एवं प्रवास पांडुकेश्वर रहेगा। जबकि 7 मई शनिवार प्रात: योग बदरी पांडुकेश्वर से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी एवं भगवान के सखा उद्धव जी, गाडू घड़ा तेल कलश श्री बदरीनाथ धाम को पांडुकेश्वर से प्रात: 9 बजे श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान करेंगे तथा बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे।
8 मई को प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर शीतकाल हेतु श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
मंदिर समिति गंगोत्री एवं मंदिर समिति यमुनोत्री से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 3 मई यानी मंगलवार दोपहर 11.15 बजे पूर्वाह्न है।
जबकि श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई मंगलवार अपराह्न दिन 12.15 बजे है
माँ यमुना की डोली 3 मई प्रात: शीतकालीन गद्दी स्थल खुशीमठ(खरसाली) से प्रस्थान करेगी। जबति पवित्र हेमकुंड साहिब एवं श्री लोकपाल तीर्थ के कपाट रविवार 22 मई को खुलेंगे।