चंपावत/देहरादून: चंपावत उपचुनाव को लेकर रणभेरी बज चुकी है। लेकिन विधानसभा चुनाव हारी कांग्रेस के भीतर ठीक उपचुनाव से पहले कलह कुरुक्षेत्र छिड़ा हुआ। कहीं पूर्व सीएम हरीश रावत से उन्ही के पुत्र और युवा कांग्रेस नेता आनंद रावत खुद तो ‘ऐड़ा’ समझने की तोहमत लगा रहे हैं, तो कहीं दूसरे वरिष्ठ पार्टी नेता राजेन्द्र सिंह भंडारी सोशल मीडिया में कांग्रेस की मौजूदा हालत पर अपना दर्द बयां करते लंबा चौड़ा पत्र लिखकर हरदा से सवाल कर रहे हैं। उनका सवाल हरदा से यही है कि कांग्रेस के संघर्ष के साथी किशोर उपाध्याय से लेकर जोत सिंह बिष्ट तक क्यों छोड़कर चले गए। चुनावी हार के बावजूद हरदा सरकार में नंबर दो रहे रणजीत रावत क्यों उनको छोड़ गए? क्यों हरदा का पुराना कुनबा उनसे किनारा कर रहा? जवाब में हरदा का अपना दर्द बयां हो रहा। उधर नये नवेले अध्यक्ष करन माहरा को खबर लगी है कि कांग्रेस में भाजपा के लिए काम कर रहे कई स्लीपिंग सेल सक्रिय हैं जिनको खोजा जा रहा है। और इस सब के बीच निर्मला गहतोड़ी को उपचुनाव भी लड़ना है।
नौ मई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव को लेकर अपना पर्चा दाखिल किया।उसके बाद सीएम ने रोड शो और रैली में भारी भीड़ जुटाकर पार्टी काडर में बड़ी जीत का जोश भरा। अब बारी कांग्रेस की है और 11 मई को नामांकन के बहाने पार्टी प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी शक्ति-प्रदर्शन कर जीत की हुंकार भरेंगी। सवाल है कि जिस तरह से टीएसआर को छोड़कर सीएम के नामांकन शक्ति-प्रदर्शन में अजय भट्ट, निशंक, तीरथ से लेकर कौशिक और कई मंत्री जुटे, क्या उसी तर्ज पर निर्मला गहतोड़ी के लिए आपकी टकराव में उलझे गुटबाज नेता एक मंच पर जुटेंगे?
यह सवाल इसलिए मौजूं हो जाता है क्योंकि पीसीसी चीफ करन माहरा का ताजा बयान आया है कि कांग्रेस में कई स्लीपर सेल सक्रिय हैं जिनकी पहचान की जा रही है। इधर स्लीपिंग सेल तलाशे जा रहे उधर पार्टी के अंदर एक-दूसरे से खार खाए क्षत्रप शह-मात का खेल खेल रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि क्या चंपावत में भाजपा और मुख्यमंत्री धामी से लोहा लेने को प्रत्याशी गहतोड़ी की हिम्मत बँधाने हरदा-प्रीतम कैंप के कितने दिग्गज पहुंच पाते हैं।
वैसे बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व सीएम हरीश रावत, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा के अलावा प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव निर्मला गहतोड़ी के नामांकन में पहुंच रहे हैं। प्रीतम सिंह और कितने दूसरे नेता और विधायक जुटते हैं यह देखना होगा। कांग्रेस प्रदेश संगठन महामंत्री विजय सारस्वत ने बताया कि हरदा, प्रीतम, माहरा, आर्य के अलावा तमाम विधायकों व नेताओं को नामांकन में पहुँचने के लेकर कहा गया है।
जाहिर है कांग्रेस के सामने नामांकन के दिन सीएम धामी के ‘शो ऑफ स्ट्रेंथ’ के मुकाबले ‘शक्ति-प्रदर्शन’ की बड़ी चुनौती रहेगी।.