- ऋषिकेश में कांग्रेस का तीन दिवसीय विचार मंथन शिविर की संपन्न
- कांग्रेस सरकार बनते ही 1 वर्ष में रिक्त पड़े हुए पदों को भरा जाएगा- हरीश रावत
- बीजेपी दृष्टि पत्र व त्रिवेंद्र रावत ने 100 दिन में लोकायुक्त लाने की बात कही, साढ़े 4 साल से लोकायुक्त मुद्दा प्रवर समिति के पास, प्रचंड बहुमत सरकार कुंभकरण की नींद सोई- प्रीतम
- सरकार के पास 57 का बहुमत, 35 या 40 पर अटक गए होते तो उत्तराखंड को 3 नहीं 15 मुख्यमंत्री झेलने पड़ते- किशोर
- कांग्रेस चार परिवर्तन यात्रा निकालेगी, गढ़वाल के पहाड़ी और मैदानी इलाकों, कुमाऊं के पहाड़ी और मैदानी जिलों के लिए नारसन से लेकर बद्रीनाथ, बड़कोट तक और जसपुर से लेकर धारचूला, मुनस्यारी तक कांग्रेस यात्राएं निकालेगी- गोदियाल
ऋषिकेश: मिशन 2022 के लिए कमर कस चुकी कांग्रेस ने ऋषिकेश में तीन दिन चिंतन मंथन कर चुनावी जीत के लिए नया मंत्र खोजा है। कांग्रेस ने नया नारा गढ़ा है, “शुरू होगा विकास का नया अध्याय हर उत्तराखंडी को मिलेगा न्याय।”
तीन दिवसीय चिंतन मंथन के समापन के बाद कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने प्रदेश की दुर्दशा पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से आज प्रचंड बहुमत की सरकार लगातार युवाओं, महिलाओं, किसानों, व्यापारियों और मजदूरों का शोषण कर रही है उसे विडंबना ही कहा जा सकता है ।देवेंद्र यादव ने कहा कि चारों धामों के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस द्वारा चलाई गई ‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’ जैसी योजनाओं को आज लोग याद कर रहे हैं। यादव ने कहा कि तीन दिवसीय मंथन शिविर में प्रदेश के नेताओं ने प्रतिभाग किया। विभिन्न समितियों के सदस्यों ने अपने विचारों से शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराया। मंथन के दौरान बहुत ज्यादा सुझाव आए हैं इसलिए उन पर विस्तार से प्रदेश की मीडिया कमेटी शनै शनै हर महीने अपनी बात मीडिया तक पहुंचाने का काम करेगी।
मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रोजगार पर बल दिया। रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही हमारी प्राथमिकता होगी कि पहले 1 वर्ष में ही रिक्त पड़े हुए पदों को भरा जाए। स्वरोजगार के माध्यम से भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे उत्तराखंड को निजात दिलाई जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सिडकुल और अन्य संस्थानों के माध्यम से भी स्थानीय युवाओं के 70 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित कराया जाएगा। कैंपेन कमेटी चीफ हरदा ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार बनते ही देवस्थानम बोर्ड को, जो कि आदि गुरु शंकराचार्य का अपमान है, अध्यात्म और परंपरा पर चोट है, उसे निरस्त करने का काम करेगी। रावत ने यह भी कहा के कांग्रेस प्रदेश में विशेषज्ञों की राय से एक सख्त भू-कानून लेकर आएगी जिससे मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों को भू-माफिया से छुटकारा मिलेगा ।रावत ने अपने संबोधन में मलिन बस्तियों के नियमितीकरण की भी बात भी कही।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सीएलपी नेता प्रीतम सिंह ने कहा कि अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने 100 दिन में लोकायुक्त लाने की बात कही थी। अपने दृष्टि पत्र में भी भाजपा ने इस बात पर जोर दिया था लेकिन साढ़े 4 साल से लोकायुक्त के मुद्दे को प्रवर समिति को सौंप कर प्रचंड बहुमत की सरकार कुंभकरण की नींद सो चुकी है। प्रीतम सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने किसानों से किए गए अपने वादे को भी नहीं निभाया। किसानों से वर्तमान सरकार ने ऋण माफी का वादा किया था लेकिन आज साढ़े 4 साल बीत जाने के बाद भी किसानों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। न सिर्फ प्रदेश में 20 से ज्यादा किसानों ने इस सरकार की नीतियों की वजह से आत्महत्या की बल्कि एक व्यापारी ने तो मंत्री के दरबार में जहर खाकर अपने प्राण त्याग दिए।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने दो महत्वपूर्ण बातें रखते हुए कहा कि कांग्रेस को सरकार बचाना भी आता है, यह प्रदेश ने 2016 में देख लिया और कांग्रेस को सरकार चलाना भी आता है। किशोर उपाध्याय ने कहा कि इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा चलाई गई गरीबों के लिए योजना या तो ठंडे बस्ते में डाल दी गई या फिर मर्ज कर दी गई। किशोर उपाध्याय ने कहा कि वह तो इस सरकार के पास 57 का बहुमत है यदि 35 या 40 पर अटक गए होते तो जिस तरह का घमासान भाजपा के अंदर देखने को मिल रहा है, उससे उत्तराखंड राज्य को 3 नहीं 15 मुख्यमंत्री झेलने पड़ते। उपाध्याय ने यह भी कहां कि आज राज्य 70 हज़ार करोड़ के कर्ज में डूबा हुआ है। अगर इसी रफ्तार से कर्ज लेना जारी रहा तो वह दिन दूर नहीं जब राज्य दिवालिया हो जाएगा। उपाध्याय ने कहा कि वित्तीय संकट से जूझ रही राज्य सरकार पता नहीं तीसरी लहर का झटका झेल पाने की स्थिति में है या नहीं ?
प्रेस वार्ता के अंत में पीसीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस शुरुआत में चार परिवर्तन यात्राएं निकालेगी।
गढ़वाल के पहाड़ी और मैदानी इलाकों, कुमाऊं के पहाड़ी और मैदानी जिलों के लिए नारसन से लेकर बद्रीनाथ, बड़कोट तक और जसपुर से लेकर धारचूला, मुनस्यारी तक कांग्रेस यात्राएं निकालेगी। गोदियाल ने कहा कि परिवर्तन यात्राओं में कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई, देवस्थानम बोर्ड, भू-कानून, जिला विकास, महिला सुरक्षा और किसान दुर्दशा जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेगी।
गोदियाल ने कहा कि आज प्रदेश की हालत करेला ऊपर से नीम चढ़ा जैसी हो गई है। एक तरफ वैसे ही प्रदेश बेरोजगारी का दंश झेल रहा था ऊपर से कोरोना महामारी के संकट ने लोगों का रोजगार छीनने का काम किया है। भारी संख्या में प्रवासी बंधुओं का पहाड़ की तरफ रुख हुआ है। ऐसे में कांग्रेस सरकार बनने पर प्राथमिकता रहेगी कि जिन लोगों ने अपना रोजगार कोरोना संकट के चलते खोया उन्हें रोजगार/ स्वरोजगार में प्राथमिकता दी जाए। गोदियाल ने कहा कि मलिन बस्तियों का नियमितीकरण, परंपरागत शिल्पियों, कलाकारों और समाज के कमजोर वर्ग के लिए नीतिगत खाका तैयार किया जाएगा। प्रदेश के दिव्यांग जनों के लिए भी कांग्रेस सरकार नीतिगत फैसले लेगी। गोदियाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस जनता को भाजपा के अत्याचार से मुक्ति दिलाने का काम करेगी। गोदियाल ने कहा कि आज जनता इस प्रचंड बहुमत और डबल इंजन की सरकार से बहुत आहत है। ऐसे में कांग्रेस अपने प्रदेश के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। गोदियाल ने कहा कि लगातार देखने में आया है कि उत्तराखंड राज्य जो कि सैनिक प्रधान राज्य है यहां पूर्व सैनिकों को रिटायरमेंट के बाद खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए कांग्रेस पार्टी पूर्व सैनिक निधि की स्थापना करेगी, अर्धसैनिक बलों के लिए भी अलग से कार्य योजना बनाई जाएगी। राज्य के राज्य आंदोलनकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों से भी संवाद स्थापित कर उनके लिए जो कुछ भी कांग्रेस पार्टी से बन सकेगा वह पार्टी करेगी।