दिल्ली: कांग्रेस के नेशनल कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने दावा किया है कि एंटी कोविड वैक्सीन कोवैक्सिन बनाने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है। कांग्रेस नेता पांधी ने बुधवार को एक आरटीआई के जवाब में प्राप्त हुए डॉक्यूमेंट शेयर करते हुए दावा किया कि मोदी सरकार ने लोगों को धोखे में रखा। बछड़े के सीरम का उपयोग वेरो सेल्स के रिवाइवल प्रोसेस के लिये किया जाता है और इसका इस्तेमाल कोवैक्सिन बनाने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस नेता पांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने आरटीआई के तहत पूछे जाने पर स्वीकार किया है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन में गाय के नवजात बछड़े का सीरम इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि ये बहुत बुरा है और मोदी सरकार को इसे लेकर लोगों को पहले ही बताना चाहिए था।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इस पर सरकार से स्थिति साफ करने की मांग की है वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे टीकाकरण अभियान को लेकर कांग्रेस द्वारा भ्रम और प्रोपेगंडा फैलाने का अगला कदम करार दिया है। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा वैक्सीन की बर्बादी और इसे लेकर संदेह फैलाने के लिए याद की जाएगी।
हालाँकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा है कि नवजात बछड़े का इस्तेमाल सिर्फ वेरो सेल्स तैयार करने में किया जाता है, जो बाद में नष्ट हो जाते हैं। वैक्सीन के फाइनल प्रोडक्शन जब होता है तब इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
वैक्सीन के लिए पहले गर्भवती गाय के भ्रूण की सीरम लिया जाता था जिसके लिए उसकी हत्या करनी पड़ती थी और भ्रूण से ब्लड निकालकर लैब भेजा जाता था जहां ब्लड से सीरम अलग किया जाता था। लेकिन इन निर्दयता से बचने को बाद में तीन से 20 दिन तक के नवजात बछड़े के ब्लड से सीरम निकालकर उसका प्रयोग किया जाता है।