- राजधानी दून में दूसरे राज्यों से प्रवेश करने वाले लोगों के लिए 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य होगी। टीके की दोनों डोज लगा चुके लोगों को इससे राहत रहेगी।
दिल्ली/ देहरादून: Omicron Threat to India देश में ओमीक्रॉन मरीजों का तेजी से बढ़ता आंकड़ा अब डरा रहा है। एक ही दिन में 180 नए ओमीक्रॉन संक्रमण के सामने सामने आने के बाद अब देश में कोरोना के नए वैरिएंट से कुल 964 लोग संक्रमित हो चुके हैं। ओमीक्रॉन के संक्रमण का सबसे ज्यादा असर दिल्ली में दिखने लगा है, जहां इसके मरीजों की संख्या अब तक 263 हो चुकी है।
जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां 252 केस मिल चुके हैं। इसके बाद गुजरात में 97, राजस्थान में 69, केरल में 65, तेलंगाना में 62, तमिलनाडु में 45, कर्नाटक में 34, आंध्रप्रदेश में 16, हरियाणा में 12, पश्चिम बंगाल में 11, मध्यप्रदेश और ओडीशा में 9-9, यूपी-उत्तराखंड में 4-4, चंडीगढ़-जम्मू कश्मीर में 3-3, और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, लद्दाख, मणिपुर व गोवा में 1-1 ओमीक्रॉन पॉजीटिव मिल चुका है। मौजूदा आंकड़े आज यानी 30 दिसंबर के सुबह 11 बजे तक के हैं।
कोरोना का कहर:
देश में कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रॉन तेजी से फैल रहा है। जबकि दिल्ली और मुम्बई जैसे महानगरों में एक ही दिन में कोरोना के केस दोगुना होने से हड़कंप मच गया है। मुम्बई में एक दिन में 2510 केस आए हैं तो दिल्ली में 923 मामले मिले हैं। यहां संक्रमण की दर भी 1.29 फीसदी रिकॉर्ड की गई है। जबकि अगर देश की बात करें तो स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटे में देश में 13,154 नए पॉजीटिव मरीज मिले हैं, जो बुधवार के मुकाबले 4000 ज्यादा हैं।
अब तक 8 राज्यों यूपी, मप्र, उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और मध्यप्रदेश में नाइट कर्फ़्यू लगाया जा चुका है। जबकि मुंबई में आज से 7 जनवरी तक धारा 144 लागू कर दी है।
राजधानी दून में दूसरे राज्यों से प्रवेश करने वाले लोगों के लिए 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य होगी।
जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने बुधवार रात इसके आदेश जारी किए हैं।
टीके की दोनों डोज लगा चुके लोगों को इससे राहत रहेगी।
दरअसल कोरोना की दूसरी लहर का कहर झेल चुके दिल्ली और महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन और कोरोना के आँकड़ों में इज़ाफ़ा नए खतरे की ओर साफ इशारा कर रहा है। पिछले 24 घंटे मे दिल्ली 86 फीसदी और मुंबई में 82 फीसदी संक्रमित मरीज बढ़ गए हैं जो नए खतरे का संकेतक है। उत्तराखंड जैसे चुनावी राज्य के सामने भी कोरोना और ओमीक्रॉन का खतरा बना हुआ है क्योंकि राजनीतिक कार्यक्रमों में जुट रहा लोगों का हुजूम संक्रमण फैलने की आशंका को बढ़ा रहा है।