Covid Cases Update: क्या देश में अगले महीने से रोजाना कोरोना के 20 हजार नए मामले सामने आने लगेंगे! यह चिंता कानपुर आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा है कि मई से कोरोना केस तेजी से बढ़ सकते हैं। आईआईटी कानपुर के सीनियर साइंटिस्ट प्रो मनींद्र अग्रवाल ने कहा है कि देश में मई से रोजाना कोरोना के 20 हजार नए मामले आ सकते हैं। हालांकि अब तक कई मौकों पर कोरोना मामलों को लेकर सटीक दावे करते आए प्रो अग्रवाल ने कहा है कि भले संक्रमण बढ़ रहा हो लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रो अग्रवाल ने कहा है कि इतनी बड़ी आबादी में चार से दस गुना तक केस बढ़ जाए तो भी खतरनाक नहीं है क्योंकि अभी किसी भी राज्य के जिले में सौ एक्टिव मरीज भी नही हैं। लिहाजा घबराने की बजाय कॉविड अनुरूप व्यवहार करने और अपनी इम्यूनिटी पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा है कि देश में 98 प्रतिशत लोगों में थर्ड वेव के समय ही नैचुरल इम्यूनिटी विकसित हो गई थी हालांकि अब वह नेचरल इम्यूनिटी कम हो रही है जिससे कोरोना भी एक फ्लू हैं और बढ़ते मामलों के रूप में उसका असर दिख रहा है।
घबराने की बजाय कॉविड अनुरूप व्यवहार करने और अपनी इम्यूनिटी पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत: प्रो मनींद्र अग्रवाल
दरअसल प्रो अग्रवाल ने कोरोना मामलों के अध्ययन को एक गणितीय फॉर्मूला तैयार किया है और संक्रमण को लेकर उनके दावे सटीक बैठते आए हैं।
देश में छह महीने बाद बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
करीब छह महीने बाद देश में कोरोना के नए मामले 5 हजार से अधिक आए हैं। बुधवार को 5335 नए केस मिले और 13 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले पिछले साल 22 सितंबर को एक दिन में 5383 नए मरीज मिले थे। इसी के साथ देश में 25,587 एक्टिव कोविड मरीज हैं।
मार्च की तुलना में अप्रैल में संक्रमण बढ़ रहा
एक अनुमान के अनुसार बीते मार्च में हर दिन एक हजार नए मरीज मिल रहे थे जबकि अप्रैल में यह औसत रोजाना का चार हजार केस हो चुका है। इस समय पॉजिटिविटी रेट 3.32 प्रतिशत है। कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक असर केरल जहां करीब 1912 केस, महाराष्ट्र 569, दिल्ली 509, हिमाचल प्रदेश 389 और गुजरात में 351 केस सामने आए हैं।
बात उत्तराखंड की करें तो बुधवार को राज्य में 24 नए कोरोना केस मिले थे जिसके बाद एक्टिव केस 100 के पार हो गए हैं। हालांकि राज्य में Covid वैक्सीन डोज नहीं होने के कारण वैक्सीनेशन अभियान कैसे चलेगा यह सवाल बना हुआ है। हेल्थ विभाग के अनुसार उत्तराखंड में 91.17 प्रतिशत फर्स्ट डोज, 87.33 प्रतिशत को सेकंड डोज लग चुकी है और मात्र 22.91 प्रतिशत ने ही बूस्टर डोज ली है।
हेल्थ सेक्रेटरी डॉ आर राजेश कुमार का कहना है कि एक लाख कोविशील्ड वैक्सीन जल्द राज्य को मिलने वाली है जिसके बाद वैक्सीनेशन अभियान तेजी पकड़ेगा।