
Delhi CM Rekha Gupta: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एलान किया है कि वे अब अपने घर पर ही नहीं बल्कि दिल्ली की हर विधानसभा में जाकर लोगों की समस्याओं को सुनेंगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने यह एलान सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक भावुक पोस्ट करते हुए की है। उन्होंने कहा है कि 20 अगस्त को जनसुनवाई के दौरान उनके साथ हुई हिंसा से वह डरी नहीं हैं। पोस्ट में अपने पिता द्वारा दी गई एक सीख को याद करते हुए उन्होंने कहा,” पिताजी कहते थे दुर्घटनाओं से डरना नहीं चाहिए। दुर्घटना के डर से सड़क पर चलना नहीं छोड़ सकते।”
सोशल मीडिया पर दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने यह पोस्ट किया है :
मैं जब कॉलेज में थी, तब पापा ने मुझे कार चलाने के लिए दी। एक दिन बड़ा एक्सीडेंट हो गया। मैं डर गई और मुझे दुबारा कार को हाथ लगाने से डर लगने लगा। तब पापा ने कहा कि जीवन में दुर्घटनाएँ होती रहती हैं, डरकर रुकना नहीं है। आप रास्ते पर चलना नहीं छोड़ सकती।
आज उनकी वही सीख फिर याद आ रही है। कल फिर एक दुर्घटना हुई, लेकिन मैं दिल्लीवासियों के हितों के लिए लड़ना कभी नहीं छोड़ सकती। मेरे जीवन का हर क्षण और शरीर का हर कण दिल्ली के नाम है। मैं इन सभी अप्रत्याशित प्रहारों के बावजूद दिल्ली का साथ कभी नहीं छोड़ूँगी।
वैसे भी, महिलाओं में तकलीफों से लड़ने की दोहरी ताक़त होती है। उन्हें अपने आप को साबित करने के लिए अनगिनत परीक्षाएँ देनी पड़ती हैं। मैं भी तैयार हूँ!
अब जनसुनवाई केवल मेरे घर पर ही नहीं, दिल्ली की हर विधानसभा में होगी। आपकी मुख्यमंत्री, आपके द्वार।
“बाधाएं आती हैं आएं,
घिरें प्रलय की घोर घटाएं,
पांवों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं,
निज हाथों से हंसते-हंसते,
आग लगाकर जलना होगा,
कदम मिलाकर चलना होगा”