देहरादून: कोरोना वायरस लगातार स्वरूप बदल-बदलकर नए खतरे का अहसास करा रहा है। देश के 11 राज्यों में 51 केस इस नए वायरस वैरिएंट के मिल चुके हैं और खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। केन्द्र सरकार ने जिन राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस के मामले मिले हैं उनको अलर्ट कर दिया है।
उत्तराखंड सरकार ने भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर इसके सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों- महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल से आने वाले यात्रियों की पूरी तरह से सौ फीसदी कोविड टेस्टिंग के निर्देश दे दिए हैं। लेकिन अब उत्तराखंड में डेल्टा प्लस वैरिएंट के खतरे की आहट में 30 सैंपल जांच के लिए NCDC दिल्ली भेजे गए हैं।
ऊधमसिंहनगर जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट या इससे मिलते-जुलते लक्षणों वाले 30 कोविड मरीजों के सैंपल दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र ( National Centre for Disease Control- NCDC) भेजे गए हैं ताकि नए तरह के संक्रमण का सच पता लग सके। स्वास्थ्य महकमे को रिपोर्ट आने का इंतजार है उसके बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि ये वायरस का स्वरूप डेल्टा प्लस वैरिएंट तो नहीं है।
दरअसल डेल्टा प्लस वैरिएंट को ही तीसरी लहर के खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। डेल्टा प्लस वैरिएंट के संक्रमित में सामान्य कोविड लक्षणों के अलावा बोलने में भी तकलीफ़ होती है और ये बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे तक फैसता है।डेल्टा प्लस वैरिएंट के खतरे को देखते हुए अब सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं।