देहरादून: धामी सरकार 2.0 का पहला बजट सत्र सात जून से गैरसैंण (भराड़ीसैंण विधानभवन) में आहूत होगा। खास बात यह है कि पहाड़ प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में जब धामी सरकार 2.0 का पहला बजट सत्र आयोजित हो रहा होगा, तब तीन जून को चंपावत उपचुनाव का नतीजा भी आ चुका होगा और इसी सत्र के दौरान 10 जून को राज्यसभा की रिक्त हो रही एक सीट पर चुनाव भी हो जाएगा। सूबे के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल अपना पहला बजट पेश करेंगे और इससे पहले राज्य सरकार आर्थिक सर्वेक्षण लेकर आएगी जिससे राज्य की आर्थिक सेहत का अंदाज़ा लगेगा।
23 मार्च को शपथग्रहण के बाद गत वित्त वर्ष के आखिरी दिनों में धामी सरकार नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए लेखानुदान लेकर आई थी लिहाजा अब पूरे वित्तीय वर्ष के लिए बजट पेश होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार जनता से संवाद कर जन अपेक्षाओं का बजट बनाने पर जोर दे रहे हैं और इसी कड़ी में सरकार जोर-शोर से जनता के सुझाव भी मांग रही है। अब तक मुख्यमंत्री धामी और वित्त मंत्री अग्रवाल नैनीताल और देहरादून में संवाद कार्यक्रम आयोजित कर जनता और विषय विशेषज्ञोें के सुझाव ले चुके हैं।
मुख्यमंत्री धामी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए सूत्र वाक्य को पकड़कर चल रहे हैं जिसके तहत 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने का लक्ष्य है। इसलिए उत्तराखंड आत्मनिर्भर कैसे बने इस पर फोकस करते हुए उद्योग, कारोबार, टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, कृषि और औद्यानिकी जैसे कोर सेक्टर्स में एक्सपर्ट्स के सुझाव लिए जा रहे ताकि धामी सरकार अपने कार्यकाल के पहले वित्तीय वर्ष में ऐसी योजनाओं की बुनियाद रख सके जिन पर पांच साल डबल इंजन सरकार में जमकर काम हो सके।
बजट से पूर्व खुले संवाद की पहल का मकसद भी यही है कि 2025 में जह राज्य अपनी स्थापना की रजत जयंती उत्सव मनाए तो उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों की क़तार में सबसे आगे नजर आए।
खास बात यह है कि 31 मई को चंपावत उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है और 3 जून को नतीजे आएंगे। जाहिर है उपचुनाव नतीजे के बाद आयोजित हो रहे विधानसभा के बजट सत्र को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता की उम्मीदों को उड़ान देने वाला बजट साबित हो इसके भरसक प्रयास करना चाहेंगे।