Chardham News: केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट करने वाले घोड़ा खच्चर मालिकों के विरुद्ध रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम, सरल व सुरक्षित बनाने के लिए अधीनस्थ सभी प्रभारियों को निर्देश दिये गये हैं कि ऐसी व्यवस्था बनाएं कि 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदार के दर पर पहुंच रहा हरेक श्रद्धालु स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सके। रुद्रप्रयाग एसपी ने श्रद्धालुओं के साथ अभद्र व्यवहार करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिए भी सभी प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु तनुका पौण्डार निवासी महिपालपुर दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग पर शिकायत की थी कि वे 10 जून को गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल निकले थे। रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी परन्तु किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहाँ पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था, इनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही घोड़ा खच्चर मालिकों की भीड़ वहॉं पर आयी और 4-5 लोग उनके साथ मार-पीट और बदतमीजी करने लगे। साथ ही उनको उत्तराखण्ड छोड़ने की भी धमकी दी गयी। पुलिस ने बताया है कि शिकायतकर्ता द्वारा यह शिकायत 12 जून को कोतवाली सोनप्रयाग पर वापस आते समय दी गयी।
शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर भा0द0वि0 की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी। दौराने विवेचना मारपीट की घटना में शामिल 05 अभियुक्तों का चिन्हीकरण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी गयी है।
- अंकित सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रकाश सिंह, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- सन्तोष कुमार पुत्र श्री रघुवीर लाल, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- रोहित कुमार पुत्र श्री रोशन लाल निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग।
इनके अतिरिक्त एक नाबालिग बालक भी इनमें शामिल है, जिसके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही अलग से की गयी है।
पुलिस द्वारा इनके घोड़े संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेन्स निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी सम्बन्धित विभाग से किया गया है।