हरदा ने AAP को नई नवेली पार्टी और केजरीवाल-कर्नल को बताया ‘दुल्हे-दुल्हन’
केजरीवाल से ‘फ्री पॉलिटिक्स’ का मंत्र पूछते हरदा
देहरादून: पहाड़ पॉलिटिक्स पर अरविंद केजरीवाल की दिल्ली वाली ‘फ्री पॉलिटिक्स’ की रंग तेजी से चढ़ने लगा है। दिल्ली सीएम केजरीवाल ने जुलाई में 300 यूनिट/महीना फ्री बिजली देने का बम फोड़ा था उसके बाद से सूबे का पूरा पॉलिटिकल नैरेटिव चेंज होता दिख रहा है। अभी केजरीवाल दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में फ्री बिजली की तर्ज पर फ्री पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं को फ्री यात्रा जैसे कई और लुभावने चुनावी वादे कर सकते हैं। लिहाजा AAP की मुफ्त वाली राजनीति की कड़ी आलोचना करते-करते विरोधी दल बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने तरीके से ‘मुफ्त राजनीति’ के अखाड़े में कूद पड़े हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी तीसरे पैकेज का ऐलान कर चुके, आंगनबाड़ी वर्कर्स और स्वरोज़गार से जुड़े लोगों को मदद पहुँचाने का दम भरा जा रहा है। उधर कांग्रेस केजरीवाल की 300 यूनिट फ्री बिजली के ऐलान के बाद सबसे ज्यादा बेचैन हुई और मोर्चा खोला पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने। कांग्रेस कैंपेन कमांडर हरदा ने केजरीवाल के 300 यूनिट/महीना फ्री बिजली वादे को खोखला करार देते हरदा ने AAP की घोषणा के अगले दिन वादा कर दिया था कि सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार पहले साल में 200 यूनिट/महीना और फिर 400 यूनिट/महीना बिजली देने लगेगी।
अब हरदा ने आज फिर केजरीवाल की फ्री पॉलिटिक्स को खोखला करार देते उनसे 300 यूनिट फ्री बिजली का फ़ॉर्मूला पूछा है। हालाँकि केजरीवाल पहले ही कह चुके कि भ्रष्टाचार के लीकेज रोककर और संसाधन बढ़ाकर लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली दी जा सकती है। वैसे भी गुज़रे सालों की तमाम सरकारों में कैसे आबकारी, खनन, पीडब्ल्यूडी, पॉवर और हेल्थ जैसे महकमों को खुला खेल फ़र्रूख़ाबादी चला यह किसी से छिपा नहीं है। इसीलिए केजरीवाल चालाकी से भ्रष्टाचार के एक चाबुक से कांग्रेस-बीजेपी दोनों पर एक साथ निशाना साध रहे हैं।
वैसे एक सच यह भी है कि राज्य की आर्थिक सेहत कतई गंवारा नहीं करती जैसी रेवड़ियाँ बांटने की होड़ तमाम दलों में छिड़ चुकी है। वित्त विभाग ऐसे संकेत कई बैठकों में सरकार के हाकिमों को दे चुका कि हालात न बढ़ा महंगाई भत्ता देने के बन रहे, न पुलिस ग्रेड पे की मांग पूरी करने की स्थिति और कोविड ने रही सही कसर पूरी करते राज्य की आर्थिकी को उस मुहाने पर पहुँचा दिया जहां कार्मिकों के तय समय पर प्रमोशन तक नहीं हो पा रहे, होंगे तो नए खर्च के बोझ को झेलने को मजबूर होना पड़ेगा।
बहरहाल हरदा ने किस अंदाज में केजरीवाल-कर्नल पर हल्लाबोल किया उसे हुबहू यहाँ पढ़िए
कल मैंने अपनी बहनों को जिनके ऊपर #रसोई का बोझ बहुत बढ़ गया है, एक वादा किया है भावना के वशीभूत होकर के वादा किया है कि हमारी सरकार आएगी तो ₹200 प्रति माह हम कुकिंग गैस सब्सिडी उनके खाते में राज्य की तरफ से देंगे अर्थात साल में ₹2400, मैं जानता हूंँ उनके ऊपर NDA की सरकार ने जितना बोझ लाद दिया है उसमें ये सब्सिडी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है, ज्यों-ज्यों राज्य की आर्थिक स्थिति सुधरती जाएगी मैं यह सब्सिडी बढ़े उसके लिए काम करूंगा। एक नई नवेली पार्टी और उसके राष्ट्रीय संयोजक पर्यटक के तौर पर यहां आकर के प्रति परिवार 300 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा करते हैं। मैं विनम्रता से कहना चाहता हूंँ कि हमारे प्रयास से हमारे जो #विद्युतवितरण का काम करता है, वह निगम देश के अंदर तीसरे स्थान पर आ गया था और आज 13वें स्थान पर चला गया है। आज उसकी हालत इतनी खस्ता हो गई है कि उसका भविष्य में संभलना कठिन हो जाएगा, मगर वादा है तो मैं उस #नईनवेलीपार्टी के दूल्हे-दुल्हन जो भी हैं उनसे कहना चाहता हूंँ कि जरा बताएं तो सही कि कैसे सत्ता में आते ही 300 #यूनिटबिजलीमुक्त कर देंगे! यदि कल तक वो नहीं बताते हैं तो मैं बताऊंगा कि #सत्ता में आते ही कैसे 200 #यूनिट तक बिजली फ्री करेंगे और किन-किन उपभोक्ताओं को उसका लाभ देंगे। अब आपको चुनना है हमारे 200 यूनिट और खोखले वादे 300 यूनिट के मध्य। “हमारे पास योजना है, लोगों के पास केवल घोषणा है, हमारे पास एक स्पष्ट कार्यनीति है, और उनके पास केवल राजनैतिक फायदा उठाने की भावना है”। #जयहिंद
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत