देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की तारीफों के पुल बाँधे हैं। कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष हरदा ने कहा है कि त्रिवेंद्र रावत ने मंत्रियों को भ्रष्टाचार नहीं करने दिया। खासतौर पर उजाड़ू बल्दों पर नकेल कस कर रखी और। इसी का दंड बीजेपी आलाकमान ने मुख्यमन्त्री की कुर्सी छीनकर दे दिया। हरदा ने श्रम मंत्री हरक सिंह रावत पर निशाना साधते कहा कि टीएसआर के जाते ही कर्मकार कल्याण बोर्ड में साइकिलें खराब हो रही हैं। टेक होम राशन स्कीम प्राइवेट कंपनी के हवाले कर दी गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि टीएसआर ने ‘उजाड़ू बल्द’ मंत्रियों को भ्रष्टाचार करने से रोके रखा लेकिन अब ‘खेल’ शुरू हो गया है।
हरदा ने कहा कि टीएसआर की विदाई के बाद तमाम अव्यवस्थाएं अब नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि जिस टेक होम राशन स्कीम को कांग्रेस सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूह के साथ शुरू किया, उसे कमीशन के लिए प्राइवेट कंपनी को दिया जा रहा है क्योंकि महिला स्वयं सहायता समूह तो कमीशन दे नहीं सकते थे। इसीलिए प्राइवेट कंपनी का चयन किया गया।
दरअसल यह पहला मौका नहीं है जब हरदा ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तारीफ़ों के पुल बाँधे हों। इससे पहले भी जब त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री थे तब कई मौक़ों पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने त्रिवेंद्र रावत राज को खुलकर प्रशंसा की। अब चुनावी दौर में हरदा की तारीफ़ के कई तरह के सियासी निहितार्थ निकाले जा रहे। जहां हरदा टीएसआर को कुर्सी से हटाने पर बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साध रहे वहीं कांग्रेसी गोत्र के मंत्रियों के उजाड़ू बैल बताकर उनको भी निशाने पर ले रहे। साथ ही उत्तराखंड में राजनीतिक अस्थिरता का दोष कांग्रेसी गोत्र वाले नेताओं पर मंढ़कर बीजेपी में बार-बार मुख्यमंत्री बदलाव के दोषी भी उन्हीं को ठहराना चाह रहे।
हरदा के वार पर हरक सिंह रावत का पलटवार
पूर्व सीएम हरीश रावत के वार पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पलटवार किया है। हरक सिंह ने कहा कि दुनिया ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का स्टिंग देखा है जिसमें वो मंत्रियों को खुलकर भ्रष्टाचार करने की बात कह रहे थे और खुद आंख बंद करने की बात कह रहे थे। हरक ने कहा कि जितने भी लोगों ने कांग्रेस छोड़ी, वो हरीश रावत के कारण छोड़ी क्योंकि उनके अंदर सभी को साथ लेकर चलने की काबिलियत नहीं है। हरक ने फिर दोहराया कि हरीश रावत एक बबूल का पेड़ हैं।