देहरादून: पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और चार कार्यकारी अध्यक्षों को ‘पंज प्यारे’ कहकर माफी माँगने के बाद शुक्रवार को AICC महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब परिसर में झाड़ू लगाई और संगत के जोड़े(जूते) साफ कर अपनी ग़लती का प्रायश्चित किया। इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि उनकी मंशा किसी की तुलना पंज प्यारों से करने की कतई नहीं थी।
हालाँकि राजनीतिक विरोधी अभी इस मुद्दे को शांत होने नहीं देना चाह रहे और 2022 के चुनाव को लेकर हरीश रावत और कांग्रेस को निशाने पर रखना चाहते हैं। लेकिन अब गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा का साथ मिला है। बिन्द्रा ने बयान जारी कर कहा है कि अब कुछ राजनीतिक दलो की तरफ से अपने-अपने ढंग से इस मुद्दे को उछाला जा रहा जो गलत है। नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा ने कहा है कि चुनाव के दिनों में इस बात को तूल देकर उछालना और आगे बढ़ाते रहना राजनीतिक उद्देश्य ही माना जाएगा।
बिन्द्रा ने लोगों से अपील की है कि इस बात को अब यहीं खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यही सिख सिद्धांतों के अनुकूल और सिख समुदाय के हित में रहेगा। बिन्द्रा ने कहा कि हरीश रावत ने अनजाने में कहे शब्दों के लिए क्षमा याचना कर ली है और गुरुघर में सेवा करने का संकल्प लेना ही उनकी विनम्रता, संवेदनशीलता तथा सभी धर्मों के प्रति श्रद्धा और आदर का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा के बाद हरीश रावत ने हेमकुंड साहिब यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई कार्य किए थे।