देहरादून: बाइस की बिसात पर साढ़े चार साल में तीन मुख्यमंत्री बदलकर राजनीतिक अस्थिरता और जनहित के मुद्दों पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस आज बदलाव के लिए सड़कों पर संघर्ष का बिगुल फूँक रही है। कांग्रेस की तीन सितंबर से शुरू हो रही ‘परिवर्तन यात्रा’ पहले चरण में 13 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। इसका आगाज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गढ़ खटीमा से कर विपक्षी कांग्रेस सत्ताधारी बीजेपी को चुनावी जंग मे दो-दो हाथ की खुली चुनौती देने जा रही है। लेकिन परिवर्तन यात्रा के आगाज से पहले ही कांग्रेस कैंपेन कमेटी चीफ हरीश रावत ने एक ट्विट से सनसनी मचा दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दावा किया है कि उन्हें अपने दो सूत्रों से सूचना मिली है जो चिन्ताजनक है। रावत ने दावा किया है कि राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वी पर अगर कुछ छात्रों को उकसाकर स्याही में तेज़ाब मिलाकर कांग्रेस नेताओं में से किसी एक को टारगेट करके फेंकी जाती है तो यह उत्तराखंड की राजनीति के लिए कलकंपूर्ण अध्याय होगा। अपने ट्विट में हरदा ने राज्य की पुलिस, बीजेपी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव और राहुल गांधी को भी टैग किया है।
जाहिर है यह बेहद संगीन आरोप है। हालाँकि हरदा ने सीधे सीधे किसी दल विशेष का नाम तो नहीं लिया है लेकिन उनका इशारा पुलिस, सत्ताधारी दल के लिए और धामी सरकार के लिए चुनौती बन गया है। खटीमा विधानसभा सीट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अपनी विधानसभा सीट है और अगर वहाँ का कांग्रेस नेता या नेताओं पर तेज़ाबी स्याही से हमला होता है तो यह राजनीतिक कलंक तो होगा ही क़ानून व्यवस्था के नज़रिए से भी बड़ा प्रश्न बन जाएगा।
यहाँ पढ़िए हुबहू हरीश रावत ने सोशल मीडिया में क्या कहा
अभी-अभी मुझे दो सूत्रों से सूचना मिली है, जो चिंताजनक है। #राजनीति में प्रतिद्वंदिता हो, स्वस्थ प्रतिद्वंदिता हो, वैचारिक प्रतिद्वंदिता हो, कर्म करने की प्रतिद्वंदिता हो, मगर यदि आप अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के ऊपर छात्रों को उकसा करके या कुछ लोगों को मोटिवेट करके, उनके जरिए स्याही में तेजाब मिलाकर #कांग्रेस के नेताओं की यात्रा में किसी एक व्यक्ति को चिन्हित करके फेंकना चाहेंगे तो ये #उत्तराखंड की राजनीति के लिए कलंक पूर्ण अध्याय होगा और यदि ऐसा होता है तो उस राजनैतिक दल का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि कौन राजनैतिक दल है! तो इसलिए सूचना मिलते ही मैं इसको सभी जिसमें प्रशासनिक एजेंसीज भी सम्मिलित हैं, पुलिस भी सम्मिलित है और राजनैतिक दल भी सम्मिलित हैं, उनके साथ साझा कर रहा हूंँ। मेरी, #माँ_पूर्णागिरि से प्रार्थना है कि ऐसा न हो, यह एक केवल आशंका मात्र हो और उसके आधार पर यह सूचना मुझ तक पहुंची हो, मगर यदि ऐसा कोई प्रयास होता है तो यह उत्तराखंड की राजनीति का बड़ा ही दुखद अध्याय होगा, एक बड़ा ही निंदनीय प्रयास होगा।
हरीश रावत ,पूर्व मुख्यमंत्री