देहरादून: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2022 के देवभूमि दंगल का चुनावी शंखनाद कर गए। काफी दिनों से भारी भीड़ जुटाने की तैयारी में लगी भाजपा का दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली नहीं बल्कि लोगों का रैला था जिसमें एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ पहुँची। लेकिन अब कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मोदी रैली में जुटी भीड़ की संख्या भी बता दी है और कोरोना की तीसरी लहर के खतरे और दुनियाभर में फैलती ओमीक्रॉन की दहशत को लेकर समझदारी बरतने की सलाह भी दे डाली है। हरदा ने कहा है कि जब धामी सरकार प्रधानमंत्री मोदी की 20 हजार लोगों की रैली प्लान कर सकती है तो फिर बारातों में 200 लोगों की संख्या निर्धारित क्यों की गई है।
हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर व्यंग्य कसते कहा है कि धामी सरकार प्रधानमंत्री मोदी के लिए 20 हजार की रैली का प्रबंध करती है लेकिन गरीब के घर की बारात मे 200 पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। रावत ने हल्ला बोलते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री की रैली में 20 हजार की भीड़ का प्रबंध करने के लिए सारा शासन-तंत्र लगा हुआ है।
यहाँ पढ़िये हरदा ने क्या कहा हूबहू :-
कोरोना को लेकर सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है। मैं सबसे अपील करता हूँ कि वो मास्क का प्रयोग करें, हाथ बार-बार धोएं, सेल्फी लेने और हाथ मिलाने से परहेज करें। मैं, सरकार से एक आग्रह करना चाहता हूँ कि जब प्रधानमंत्री जी की आप 20 हजार लोगों की रैली करने का प्लान कर सकते हैं तो फिर ये बरातों में 200 की संख्या क्यों निर्धारित कर रहे हो? इस संख्या को बढ़ाओ और सबसे बड़ी बात यह है कि सावधानी पर फोकस करो। कोरोना से जंग में हम सब सरकार के साथ हैं, लेकिन सरकार को पारदर्शी होना चाहिए। गरीब के घर में तो 200 पर प्रतिबंध और #प्रधानमंत्री जी के लिए 20 हजार लोगों का प्रबंध करने के लिए सारा शासन तंत्र लगा हुआ है, यह अन्यायपूर्ण कदम है।