Operation Lotus in Haryana: हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में केंद्र और हरियाणा की सत्ता पर काबिज बीजेपी को झटका देते हुए कांग्रेस ने 10 में से पांच सीटों पर कब्जा कर लिया था। लोकसभा की सीटों में बीजेपी की बराबरी करने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने राज्य विधानसभा की 90 में से 46 सीटों पर बीजेपी से ज्यादा वोट लेते हुए चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों का ट्रेलर दिखा दिया। जाहिर है बदले हालात में बीजेपी के लिए हरियाणा में जीत को हैट्रिक लगाना टेढ़ी खीर दिखा रहा है लिहाजा अब नए सिरे से ऑपरेशन लोटस शुरू हो गया है और इसमें पहला कांग्रेसी विकेट गिर भी चुका है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से टिकट ना मिलने से नाराज़ चल रही कांग्रेस विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। बताया जा रहा है कि कल किरण चौधरी अपनी पुत्री और समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल होंगी।
बताया जा रहा है कि किरण चौधरी बीजेपी के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में पार्टी ज्वाइन करेंगी और उनकी ज्वाइनिंग के वक्त हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहेंगे।
जाहिर है यह कांग्रेस के लिए झटका है क्योंकि भिवानी क्षेत्र में बंशीलाल परिवार का खासा राजनीतिक असर रहा है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और किरण चौधरी में सदा छत्तीस का आंकड़ा रहा और श्रुति चौधरी की बजाय महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह को टिकट दिलाकर हुड्डा ने किरण सियासी जमीन दिखा दी थी जिसके बाद अब किरण चौधरी ने पलटवार किया है।
कांग्रेस छोड़ने से पहले किरण चौधरी ने आरोप लगाया था कि यदि कांग्रेस में टिकट सही बंटे होते तो भिवानी महेंद्रगढ़ सीट भी पार्टी जीत सकती थी। जबकि कांग्रेस कैंडिडेट रहे राव दान सिंह ने बिना किरण चौधरी का नाम लिए आरोप लगाया था कि भीतरघात के चलते उनको नुकसान हुआ।