दिल्ली दौरे से पहले सीएम धामी हल्द्वानी पहुंचकर भारी बारिश, बाढ़ से हुई तबाही का जायज़ा लेंगे
नैनीताल/रामनगर : उत्तराखंड में पिछले 48 घंटे से हो रही बेमौसमी बारिश ने कहर ढा दिया है।कुमाऊं में सबसे ज्चादा तबाही देखने को मिल रही है। नैनीताल के रामगढ़ ब्लॉक में मकान जमींदोज होने से नौ लोगों की मौत की खबर है। रास्ते में जगह-जगह मलबा आने के कारण मौके पर अभी प्रशासन या एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची सकी है। वहीं रामनगर के एक रिसॉर्ट में पानी घुस गया है, जहां करीब सौ लोग फंसे हैं। भीमताल में मकान ढहने से एक बच्चा मलबे में दब गया है। अल्मोड़ा जिले में एक मकान पर मलबा आने से तीन लोगों की दबकर मौत हो गई है। एक मकान की दीवार गिरने से एक किशोरी की दबकर मौत हो गई है।
बागेश्वर में पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। लगातार हुई बारिश ने सरोवर नगरी नैनीताल का बुरा हाल कर दिया है। दो दशक से अधिक समय बाद नैनी झील ओवरफ़्लो हो रही। पानी दुकानों में घुस गया है और नैनीताल का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है।
भारी बारिश ने काठगोदाम रेलवे स्टेशन को भी क्षति पहुँचाई है। काठगोदाम रेलवे स्टेशन की पटरियां गौला नदी में बह गई हैं जिसके चलते स्टेशन से ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है। कुमाऊं में अनेक स्थानों पर सड़क मार्ग बाधित होने, क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं।
खबर है कि टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल्थी में लधिया नदी पर बन रहा निर्माणाधीन पुल बह गया। नदी में पानी का वेग काफी तेज है।
खबर आ रही है कि रामगढ़ के झूतिया गांव में नौ लोग दब गए हैं। एसडीएम प्रतीक जैन के अनुसार रामगढ़ के झुतिया में मकान गिरने से लोगों के दबने की सूचना ग्राम प्रधान द्वारा दी गई है। जनहानि की भी आशंका जताई। राहत व बचाव की टीमें भेजी गई हैं।
गौला पुल टूटा
इंदिरानगर बाइपास स्थित गौला के नए पुल की सड़क भारी बारिश के चलते जलमग्न हो गई। ज्ञात हो कि गौलापार और चोरगलिया के हजारों लोगों के अलावा खटीमा व उत्तर प्रदेश की गाड़ियाँ इस पुल से होकर गुजरती थी। पुल का बड़ा हिस्सा ध्वस्त होने के चलते पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद कर दिया है।
लगातार हुई भारी बारिश ने नैनीताल के अलावा पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और चंपावत में भारी नुकसान पहुँचाया है। प्रशासन अपने तरीके से हालात संभालने व राहत-बचाव की कोशिशें कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बातचीत कर हालात और नुकसान की जानकारी ली है। प्रधानमंत्री ने भारी बारिश से पैदा हुए आपदा के हालात में राज्य को हर संभव मदद देने ती आश्वासन दिया है। सीएम ने पीएम को प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान का ब्योरा देते हुए अनेक जगहों पर हुए नुकसान की जानकारी दी है।
दरअसल मौसम विभाग के पश्चिमी विक्षोभ के दबाव के चलते 18-19 अक्तूबर को भारी बारिश की चेतावनी के चलते धामी सरकार अलर्ट मोड में थी। खुद मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर हालात और नुकसान की जानकारी ली और वे खुद ज़िलाधिकारियों से अपडेट ले रहे। सीएम ने चारधाम यात्रियों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है तथा अधिकारियों के जल्द से जल्द हाईवे खोलने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार भारी बारिश से प्रदेश में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग, सात राज्य राजमार्ग और सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हुए हैं।