ऊखीमठ/केदारनाथ: नैनीताल हाईकोर्ट से लगातार फटकार दर फटकार लगने का असर ये हुआ कि रविवार को देहरादून से निकलकर केदारनाथ धाम पहुँचे कोविड प्रोटोकॉल और व्यवस्थाओं का हाल जानने। ग़ौरतलब है कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने लगातार दो बार सुनवाई में टूरिज्म सेक्रेटरी को फटकार लगाई थी और चारधाम यात्रा को लेकर एसओपी का जमीन पर उतरकर हाल जानने के निर्देश दिए थे। उसके बाद रविवार को टूरिज्म सेक्रेटरी दिलीप जावलकर ने पैदल मार्ग द्वारा केदारनाथ धाम का दौरा किया।जावलकर ने पैदल मार्ग में स्थित पुलिस चौकियों का भी निरीक्षण किया और वहाँ रजिस्टर आदि की जांच की। टूरिज्म सेक्रेटरी ने निर्देश दिये कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरी गम्भीरता से पालन किया जाए।
सचिव जावलकर ने केदारनाथ मंदिर परिसर में कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर सुनिश्चित करने के लिए देवस्थानम बोर्ड की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने कोविड को लेकर जारी एसओपी का कड़ाई से पालन किये जाने के निर्देश दिये। सचिव जावलकर ने एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा से केदारनाथ धाम से संबंधित सभी सूचनाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जावलकर ने पैदल ही केदारनाथ धाम जाकर वहाँ तीर्थ पुरोहितों से भी वार्ता की। जावलकर ने कहा कि अभी भी कोविड को देखते हुए हर जरूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता तीर्थ पुरोहितों, क्षेत्रवासियों सहित सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सचिव जावलकर ने सभी से राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन करने का आग्रह किया। बैठक के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के केदारनाथ भ्रमण पर उनके साथ एसडीएम ऊखीमठ और सीईओ ऊखीमठ भी थे। गौरतलब है कि मंडलायुक्त गढ़वाल और देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने भी यमुनोत्री व गंगोत्री धाम का भ्रमण कर वहां कोविड को लेकर एसओपी के पालन का जायजा लिया था। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि देर से ही सही अफ़सरान हालात का जायज़ा लेने ग्राउंड ज़ीरो पर उतर रहे।