- हरदा ने की महिला महाकुम्भ की घोषणा की।
- महिला कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च।
- सरकार से पूछा- बताये वीआईपी कौन ?
- वीआईपी के नाम पर भाजपा मौन क्यों – आशा
Justice for Ankita Bhandari, Women Congress Candle March: रविवार को उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस ने पौड़ी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला।
बीजेपी से निकाले गए पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग पर निकाले गए इस कैंडल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बेटी अंकिता की आत्मा, हम सबसे प्रश्न पूछ रही है, पूरी मानवता व पूरे जागृत जनमत से पूछ रही है कि आखिर कोई तो है मेरा गुनाहगार?
पूर्व मुख्यमंत्री ने आह्वान किया है कि राज्य की मातृशक्ति हर महीने की पहली तारीख को उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने, गुनहगारों को सजा और जिस वीआईपी को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था उसका खुलासा नहीं हो जाता है तब कैंडल मार्च और विरोध दर्ज कराकर सरकार को मजबूर करने का संघर्ष जारी रखें।
वहीं हरदा ने महिला महाकुम्भ की घोषणा करते हुए कहा कि अगले वर्ष 1 जनवरी 2024 को महिला महाकुम्भ होगा जो सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल करेगा।
अंकिता का गुनाहगार कौन ?
कैंडल मार्च निकाल रहीं प्रदेश महिला महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने पूछा कि सरकार बताए अंकिता भंडारी की हत्या का दोषी कौन है? कांग्रेस नेता आशा ने कहा कि अंकिता के साथ हुए अन्याय से हम सभी बहुत उद्वेलित हैं, हमारी बेटी के साथ हुए इस विभत्स अपराध के दोषियों को सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार को आगे आना चाहिए और उस वीआईपी का नाम सार्वजनिक करना चाहिए।
इस अवसर पर कैंडल मार्च में महेंद्र नेगी गुरुजी, शीशपाल बिष्ट , आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, नजमा खान, रहीसा फातिमा, निशान परवीन, शुभम, गरिमा दसोनी, पुष्पा पंवार, चंद्रकला नेगी, साधना तिवारी, अनुराधा तिवारी, परिणीता बडोनी, शिवानी थपलियाल, थापा, राजकुमार जायसवाल ,ओम् प्रकाश सती बबन ,मनोज नौटियाल सहित सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।