- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंकिता भंडारी के परिजनों से की मुलाकात
- अंकिता भंडारी के परिजनों ने हरीश रावत को सौंपा ज्ञापन
- ज्ञापन में अंकिता भंडारी के परिजनों ने रखी अपनी मांगें
- अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने की मांग
- अंकिता भंडारी के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के नाम पर पुरस्कार दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के नाम से स्मारक बनाए जाने की मांग
देहरादून/पौड़ी: उत्तराखंड की बहादुर बेटी अंकिता भंडारी का रविवार शाम श्रीनगर में अलकनंदा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया लेकिन परिवार और प्रदेश भर में आम लोगों में हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने को लेकर भारी गुस्सा है। शुरू में राजस्व पुलिस के स्तर पर बरती गई ढिलाई को लेकर भी अंकिता के पिता और परिजनों में रोष है। जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अंकिता भंडारी के परिजनों से मिलने पहुंचे तो उनके पिता का दर्द छलक गया। जिस तरह से अंकिता के पिता ने आरोप लगाया कि पटवारी ने उनकी रिपोर्ट लिखने की बजाय हत्यारोपी जो ड्रामा कर मासूम बन रहे थे उनको तवज्जो दी।
हरीश रावत को अंकिता भंडारी के परिजनों ने एक ज्ञापन भी सौंपा है जिसमें कई मांग रखी गई हैं। अंकिता के परिवार ने हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी दिलाने की मांग की है। परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी, एक करोड़ का मुआवजा, अंकिता के नाम पर पुरुस्कार शुरू किया जाए और स्मारक का निर्माण किया जाए ताकि बहादुर बेटी को सदा याद रखा जाए।
- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंकिता भंडारी के परिजनों से की मुलाकात
- अंकिता भंडारी के परिजनों ने हरीश रावत को सौंपा ज्ञापन
- ज्ञापन में अंकिता भंडारी के परिजनों ने रखी अपनी मांगें
- अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने की मांग
- अंकिता भंडारी के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के नाम पर पुरस्कार दिए जाने की मांग
- अंकिता भंडारी के नाम से स्मारक बनाए जाने की मांग