देहरादून: तीरथ सरकार हरिद्वार महाकुंभ में कोविड टेस्टिंग के नाम पर हुए फ़र्ज़ीवाड़े की एसआईटी जांच करा रही है। हालाँकि इस घोटाले में कुंभ मेला क्षेत्र के कर्ता-धर्ता अधिकारियों के अलावा बड़े सफ़ेदपोश चेहरों की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है। ये संदेह इसलिए भी पैदा हो रहा क्योंकि जिस फ़र्म को कटघरे में खड़ा किया गया है उसके संचालक के संबंध बीजेपी सरकार और सरकार से बाहर बैठे प्रभावशाली पार्टी नेताओं से बताए जा रहे हैं। सोशल मीडिया में संचालक की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
बताया जा रहा है कि दागी फ़र्म संचालक कुमाऊं की द्वाराहाट सीट पर बीजेपी की टिकट को लेकर भी सक्रिय रहा है। कहा जा रहा है कि आरोपी फ़र्म संचालक को बचाने का जोर भी एक दो दिग्गज लगा रहे हैं। एसआईटी फ़र्म और जिनको टेस्टिंग कार्य सब्लेट किया उनको पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है।