- उत्तराखंड में बार बार आपदा की दस्तक पर राज्य की धामी सरकार सोई
- केंद्र राज्य की भाजपाई डबल इंजन सरकार सिर्फ दौरों तक सीमित
- CM नहीं लगा पा रहे प्रभावितों के जख्मों पर मरहम
- आपदा प्रभावितों को मौलिक सुविधाएं व जरूरत की चीज़ें उपलब्ध करने के दावे ज़रूर सरकार कर रही है लेकिन प्रभावितों से मिलने पर ज़मीनी हक़ीक़त बहुत दुःखद: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य
Leader of Opposition Yashpal Arya visited Cloudburst in Dehradun’s Raipur area: शुक्रवार देर रात बादल फटने से देहरादून के रायपुर क्षेत्र मालदेवता, सरखेत और आसपास के गांवों में आई तबाही का ब्यौरा लेने आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। नेता प्रतिपक्ष आर्य रविवार को रायपुर क्षेत्र के आपदा प्रभावित कुमाल्डा, सरखेत और मालदेवता व उसके आस-पास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में गए तथा स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनके नुकसान और सरकार प्रशासन से मिल रही मदद को लेकर जाना। ज्ञात हो कि उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में लगातार चले भारी बारिश के दौर ने लोगों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से बातचीत करते धामी सरकार पर आरोप लगाया कि उत्तराखण्ड में बार-बार आपदा दस्तक दे रही है, बावजूद इसके राज्य सरकार सोई हुई है। यशपाल आर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा प्रभावित राज्य है जो कि भूकम्प, बादल फटने, अतिवृष्टि, भूस्खलन, कृत्रिम झील के फटने आदि आपदाओं की जद में रहता है। आर्य ने कहा कि जगह-जगह पर भूस्खलन होने से सड़कें और रास्ते बंद पड़े हैं। परंतु विडंबना यह कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन भाजपा सरकार आपदा प्रभावितों के जख्मों पर मरहम लगाने के बजाय दौरे तक सीमित है।
कांग्रेस नेता आर्य ने कहा कि धामी सरकार को राज्य में आपदा प्रबंधन की ठोस पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकांश क्षेत्र पहाड़ी होने के कारण हमारे यहां की भौगोलिक परिस्थिति आपदा प्रबंधन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। इसलिए किसी आपदा या प्राकृतिक आफत के समय राज्य के प्रभावित लोगों तक जल्द से जल्द मदद पहुंचाने के लिए ठोस रणनीति बनानी चाहिए।