जान गँवाने वाले किसानों की राख देशभर में ले जाएगा किसान मोर्चा
दिनभर की पूछताछ के बाद कई सवालों के जवाब देने से बचते रहे मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को किया गया अरेस्ट
LAKHIMPUR KHERI VIOLENCE CASE MoS Home Ajay Mishra’s son Ashish Mishra arrested: लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने के मामले में मुख्य आरोपी केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे को अरेस्ट कर लिया गया है। हिंसा के सातवें दिन घर पर पुलिस द्वारा दूसरा नोटिस चस्पां करने के बाद शनिवार को आशीष मिश्रा पिछले दरवाजे से क्राइम ब्रांच के सामने हाज़िर हुआ था। रुमाल से चेहरे छिपाए आशीष मिश्रा आज 11 बजे के तय समय से 10:36 बजे ही पहुंच गया था। इसी दौरान केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के समर्थकों कि हुजूम भी क्राइम ब्रांच दफ्तर के बाहर जुट गया जिसके चलते पुलिस को बैरिकेड लगाने पड़े।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी से पहले हुई पूछताछ में 32 सवालों के जवाब लिए गए। क्राइम ब्रांच ने पुख़्ता सबूत होने पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया है।
जबकि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी अपना मौन व्रत तोड़ दिया है। शुक्रवार को लखीमपुर खीरी पहुँचे सिद्धू हिंसा में मारे गए किसान लवप्रीत और पत्रकार रमन के घरवालों से मिले। इसके बाद सिद्धू ने ऐलान किया था कि जब तक केंद्रीय मंत्री का आरोपी बेटा गिरफ्तार नहीं हो जाता है तब तक मौन धारण कर भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
पहले से तय माना जा रहा था कि आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि स्थानीय लोग दावा कर रहे कि जिस धार जीप ने किसानों को कुचला था उसके पीछे से निकली फ़ॉर्च्यूनर में आशीष मिश्रा सवार था। जाहिर है अगर पुलिस ने इसे इसेटैब्लिश कर दिया तो आशीष मिश्रा का बच पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
उधर लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने की बर्बर घटना के बाद से यूपी से लेकर उत्तराखंड और पंजाब सहित कई राज्यों में किसान संगठन विपक्षी दल आंदोलित हैं। किसान संगठनों ने चेतावनी दे रखी थी कि अगर 11 अक्तूबर तक केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा अरेस्ट नहीं हुआ तो 18 अक्तूबर की सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन होगा। इसके बाद मुज़फ़्फ़रनगर की तरह 24 अक्तूबर को लखनऊ में किसान महापंचायत होगी।
किसानों ने 12 अक्तूबर को गाड़ी से रौंदने से मारे गए किसानों की अंतिम अरदास लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रखी है। इसके बाद किसानों के शरीर की राख को यूपी के सभी जिलों, पंजाब के गुरुद्वारों और देश के तमाम राज्यों में ले जाया जाएगा।