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Uttarkashi Avalanche में पर्वतारोहण के एक युवा स्वप्न सविता कंसवाल का अंत! माउंट ल्होत्से पर तिरंगा फहराने वाली देश की चौथी महिला ने मई में ही किया था एवरेस्ट फतह

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Uttarkashi AVALANCHE Savita Kanswal dies: उत्तरकाशी के एक छोटे से गांव लोंथरु से निकलकर हौसलों की अपनी उड़ान के दम पर कामयाबी का आसमान समेटकर इसी साल मई में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पर्वतारोही सविता कंसवाल ( Mountaineer Savita Kanswal dies) की मंगलवार को हुए हिमस्खलन हादसे में मौत हो गई।


सविता कंसवाल भी द्रौपदी का डांडा चोटी में निम के एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स में गए प्रशिक्षकों में शामिल थी। उनको एक संभावनाशील पर्वतारोही माना जाता था और सविता के नाम दर्ज हुए रिकॉर्ड इस बात की खुद तस्दीक भी करते थे।

अपने गांव और घर में आर्थिक तंगी का सामना कर मजबूत हौसलों के दम पर एक के एक चोटियां फतह कर रही सविता कंसवाल ने इसी साल मई में नया रिकॉर्ड बनाया था। सविता ने 12 मई 2022 को माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) पीक पर तिरंगा थामे अपनी कामयाबी का परचम फहराया तो महज पखवाड़े भर में 28 मई को माउंट मकालू (8463 मीटर) फतह कर दिखाया।

सविता कंसवाल ने उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) से साल 2013 में पर्वतारोहण का बेसिक कोर्स किया था। बाद में सविता ने एडवांस कोर्स, सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स और पर्वतारोहण प्रशिक्षक कोर्स किया और 2018 से सविता निम में ही प्रशिक्षक के रूप में ट्रेनिंग दे रही थीं।

सविता कंसवाल देश की चौथी और उत्तराखंड की पहली महिला पर्वतारोही थी जिसने दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से (8516 मीटर) को फतह किया था।

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