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एसएस संधु नए मुख्य सचिव,OP को नया चार्ज, आदेश जारी: शासन में OP राज का The End! त्रिवेंद्र के बेहद करीबी नौकरशाह को छू भी न पाए थे तीरथ, सीएम बनते ही धामी ने नौकरशाही के वटवृक्ष को हिलाकर कराया अपनी ताकत का अहसास,

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1988 बैच के आईएएस एसएस संधु उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव बने, आदेश जारी
मुख्य सचिव पद से ओमप्रकाश की छुट्टी कर सीएम धामी ने दिखाया दम

ओमप्रकाश से मुख्य सचिव पद लेकर उनको राजस्व परिषद का अध्यक्ष और मुख्य स्थानिक आयुक्त दिल्ली बना दिया गया है।

CM धामी जल्द टीएसआर का आशीर्वाद पाकर सालों से जिलों में जमे कई और बरगद हिलाने जा रहे हैं।

देहरादून: ये सीएम के तौर पर धामी की धमक का असर है कि शपथ लिए 24 घंटे हुए भी नहीं और वो खूँटे उखड़ने लगे जिन्हें शासन में बरगद मानकर त्रिवेंद्र से तीरथ तक पूजते आ रहे थे।त्रिवेंद्र रावत के कृषि मंत्री रहने के दौर से उनके करीबी नौकरशाह ओमप्रकाश को सीएम बनने के बाद टीएसआर ने 30 जुलाई 2020 को मुख्य सचिव बनाकर बड़ा संदेश दिया था। तीरथ सिंह रावत सीएम बने तो प्रधान सलाहकार बनाकर शत्रुघ्न सिंह को जरूर ले आए थे लेकिन ओपी राज पर बहुत प्रहार नहीं कर पाए। लेकिन नए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सीएम टीएसआर के करीबी ओमप्रकाश की मुख्य सचिव पद से छुट्टी कर न केवल समूची नौकरशाही बल्कि पूरी कैबिनेट को भी अपने अंदाज ए एक्शन का मुज़ाहिरा करा दिया है।
अब सूबे के नए मुख्य सचिव होंगे 1988 बैच के सुखबीर सिंह संघु, जिनको NHAI चेयरमैन पद से रिलीव करते ही धामी सरकार ने अगला मुख्य सचिव बना दिया है। कामकाज के लिहाज से बेहद तेज़तर्रार माने जाने वाले सीनियर आईएएस के पास उत्तराखंड के अलावा पंजाब, यूपी और भारत सरकार में कामकाज का अच्छा अनुभव है और यहाँ वे जनरल खंडूरी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत के प्रमुख सचिव रह चुके हैं।

माना जा रहा है कि विधायक के तौर पर पुष्कर सिंह धामी को पिछले साढ़े चार सालों में कभी भी ओमप्रकाश से पर्याप्त सहयोग नहीं मिल पाया था। उससे कहीं अधिक ये कि ओपी तेज़तर्रार अफसर की तर्ज पर परफ़ॉर्मेंस नहीं दे पा रहे थे और हाईकोर्ट से लेकर हर मोर्चे पर सरकार झटके खा रही थी।
CM धामी ने एसएस संधु को चीफ सेक्रेटरी बनाकर चुनावी सीजन में कामकाज में तेजी लाने के संकेत दिए हैं।

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