
देहरादून: इधर बीजेपी में यूपी में योगी को लेकर घमासान मचा हुआ है। उधर पंजाब में अमरिंदर विरोधी धड़ा हमलावर। लेकिन इस सबके बीच पहाड़ पॉलिटिक्स में कांग्रेस के भीतर भी अंदर ही अंदर शह-मात का खेल पूरे शबाब पर है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश दिल्ली पहुंच चुकी हैं और प्रीतम के सोमवार को दिल्ली दरबार पहुँच रहे हैं। पंजाब एपिसोड को लेकर प्रभारी महासचिव के नाते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले ही दिल्ली में ही कैंप कर रहे हैं। सूत्रों ने खुलासा किया है कि तीनों दिग्गजों की दिल्ली मौजूदगी का असल मक़सद मिशन 2022 को लेकर रणनीति बनाना कम और बाइस बैटल से पहले हिसाब चुकता कर लेने की आखिरी जोर आजमाइश ज्यादा है। हरीश रावत पहले से चुनाव पूर्व चेहरा तय करने की मांग उठाते आ रहे हैं लेकिन अभी तक प्रदेश पार्टी नेतृत्व से लेकर प्रभारी तक सभी सामूहिक नेतृत्व की दुहाई देते आ रहे हैं। ऐसे में हरदा कैंप प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सक्रिय हुआ है। साथ ही सल्ट उपचुनाव के नतीजे को लेकर भी ब्लेमगेम शुरू हो रहा है।
कांग्रेसी कॉरिडोर्स में अंदरूनी हलचल यही है कि जैसे प्रदेश बीजेपी में सरकार से संगठन के सुबेदार बदलने का जो खेल मार्च में खेला गया, उसी अंदाज में विपक्ष में भी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बदलाव को लेकर अंदरुनी जंग आर-पार के स्तर पर पहुंच चुकी है। एक कांग्रेसी इनसाइडर ने कहा कि ये कोई पहली बार नहीं जब हरदा अध्यक्ष बदलवाने को ताकत लगा रहे होें, सत्ता में रहें तो सीएम और विपक्ष में तो अध्यक्ष-नेता प्रतिपक्ष, एनडी तिवारी से लेकर बहुगुणा और यशपाल आर्य से लेकर किशोर उपाध्याय और प्रीतम सिंह तक, मन का नहीं तो बदलाव बवंडर अंदर ही अंदर वे मचाए रहते हैं।
देखिए, दिग्गज नेताओं का जुटान दिल्ली में हो रहा है, अब सोमवार शाम तक पता चलेगा कौन किस पर भारी पड़ता है।
कुल मिलाकर हरदा वर्सेस प्रीतम-इंदिरा कैंप में किसके साथ ‘खेला होबे’ होता है इसका जल्द खुलासा हो जाएगा।
