देहरादून: उत्तराखंड के इतिहास में और शायद देश में यदा-कदा ही ऐसा देखने को मिला होगा जब धरने, विरोध-प्रदर्शनकारियों को रोककर लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने वाली वर्दी के परिजन ही अपना दर्द लेकर सड़कों पर उतर आए हों। रविरार को उत्तराखंड ऐसी ही असहज कर देने वाली स्थिति का गवाह बना और इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि धामी सरकार की कोशिशें पुलिस परिवारों को खोखली नज़र आई। वरना ऐसा होता नहीं कि वर्दी के अनुशासन में बँधे पुलिसकर्मियों के परिजनों को घरों से निकलकर सरकार के विरोध को मजबूर होना पड़ता। कहने को सरकार 27 जुलाई की सब-कमेटी बैठक का इंतजार करने को कहती रही और डीजीपी अशोक कुमार भी यही राग अलापते रहे कि पुलिस मुख्यालय इस मसले को सुलझाने को सरकार के स्तर पर अपनी फोर्स का पक्ष रख रहा है लिहाजा परिजन संयम दिखाएं। लेकिन पुलिस परिजनों को धामी सरकार और डीजीपी के आश्वासन कोरे नजर आए।
देहरादून में गांधी पार्क पर पहुँचे पुलिस परिजनों ने प्रदर्शन किया तो रुद्रपुर में गांधी पार्क और काशीपुर में अंबेडकर पार्क में प्रदर्शन किया गया। 25 जुलाई के पुलिस परिजनों के प्रदर्शन का मैसेज सोशल मीडिया में वायरल हो चुका था और पुलिस विभाग को इसकी भनक लगने के बाद कप्तानों द्वारा अपील भी की गई लेकिन पुलिस परिजनों ने प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर कर ही दी।
दरअसल धामी सरकार ने कैबिनेट सब-कमेटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट के बाद सरकार फैसला लेने की बात कह रही। 27 जुलाई को सब-कमेटी की बैठक में फैसला लेने की बात होती रही लेकिन पुलिस परिजनों को कोरे सरकारी आश्वासनों पर भरोसा नहीं हुआ। रविवार को प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं ने कहा कि जब तक पुलिस कर्मियों का ग्रेड पे 4600 रु नहीं कर दिया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उत्तराखंड जनरल-ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन पुलिस परिजनों के प्रदर्शन में शामिल
उत्तराखंड जनरल-ओबीसी एम्प्लाइज एसोसिएशन ने गांधी पार्क गेट पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे पुलिस परिजनों के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद की। अपना समर्थन देते हुए एसोसिएशन ने कहा कि एसीपी के रूप में ग्रेड वेतन 4600 करने की मांग जायज है और इस संघर्ष में प्रदेश की सबसे बड़ा कर्मचारी संगठन जनरल-ओबीसी एम्पलाईज एसोसिएशन पुरज़ोर तरीके से पुलिस परिजनों के संघर्ष में भागीदार है। अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि इस गंभीर और कार्मिक हित के ज्वलंत मुद्दे पर हम पुलिस परिवारों के साथ खड़े हैं तथा सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द मसले का समाधान निकाला जाए।