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जश्न-ए-आजादी की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का संदेश: ऑलिंपिक में 121 साल बाद बड़ी कामयाबी, बेटियों की सक्सेस से सीख लें परिवार, बेटियों को दें आगे बढ़ने के अवसर

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दिल्ली: देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल के स्वाधीनता दिवस का खास महत्व है, क्योंकि इसी साल से हम अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियों के ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से हमारी आजादी का सपना साकार हुआ था। उन सभी ने त्याग और बलिदान के अनूठे उदाहरण पेश किए। मैं उन सभी अमर सेनानियों की पावन स्मृति को नमन करता हूं।
राष्ट्रपति ने कहा कि टोक्यो ऑलिंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया है। मैं हर माता-पिता से गुजारिश करता हूं कि वे होनहार बेटियों के परिवारों से शिक्षा लें और अपनी बेटियों को भी आगे बढ़ने के अवसर दें।

देशवासी जल्द से जल्द लगवाएं वैक्सीन

राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी की तीव्रता में कमी आई है, लेकिन कोरोना-वायरस का प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है। हर तरह के जोखिम उठाते हुए हमारे डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे कोरोना वॉरियर्स के प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवा लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।’

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन की अहम बातें

मुझे इस बात की खुशी है कि सभी बाधाओं के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में खास तौर से कृषि के क्षेत्र में बढ़ोतरी जारी रही है।
जब ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में सुधार होता है, तब उसका सकारात्मक प्रभाव देशवासियों की ईज़ ऑफ लिविंग पर भी पड़ता है।
एग्रीकल्चरल मार्केटिंग में किए गए अनेक सुधारों से हमारे अन्नदाता किसान और भी मजबूत होंगे और उन्हें अपने उत्पादों की बेहतर कीमत मिलेगी।
यह बात संतोषजनक है कि चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए एक साल की अवधि में ही 23,220 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
संसद हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। यह सभी देशवासियों के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारे लोकतंत्र का यह मंदिर जल्द की एक नए भवन में स्थापित होने जा रहा है।
सरकार ने इस विशेष वर्ष को यादगार बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। गगनयान मिशन उन अभियानों में विशेष महत्व रखता है।
हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत ने न केवल पेरिस जलवायु समझौते का पालन किया है, बल्कि जलवायु की रक्षा के लिए तय की गई प्रतिबद्धता से भी ज्यादा योगदान कर रहा है।
अब जम्मू-कश्मीर में नवजागरण दिखाई दे रहा है। सरकार ने लोकतंत्र और कानून के शासन में विश्वास रखने वाले सभी पक्षों के साथ परामर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जम्मू-कश्मीर के निवासी विशेषकर युवा इस मौके का फायदा लें और लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से अपनी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए सक्रिय हों।
कोरोना के संकट का सामना करने में लाखों लोगों ने अपनी परवाह न करते हुए मानवता के लिए निस्वार्थ भाव से दूसरों के स्वास्थ्य और प्राणों की रक्षा के लिए भारी जोखिम उठाए हैं।
सभी कोविड योद्धाओं की मैं हृदय से सराहना करता हूं। कई कोविड वॉरियर्स को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। मैं उन सबकी स्मृति को नमन करता हूं।
मेरा हर काम, देश के नाम। यह आदर्श-वाक्य हम सभी देशवासियों को मंत्र के रूप में आत्मसात कर लेना चाहिए। राष्ट्र के विकास के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण से काम करना चाहिए।
मैं खासतौर से सशस्त्र बलों के वीर जवानों की सराहना करता हूं, जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता की रक्षा की है, और जरूरत पड़ने पर बलिदान भी दिया है।
मैं सभी प्रवासी भारतीयों की भी प्रशंसा करता हूं। उन्होंने जिस देश में भी घर बसाया है, वहां अपनी मातृभूमि की छवि को उज्ज्वल बनाए रखा है।
मैं यह कामना करता हूं कि हमारे सभी देशवासी कोरोना महामारी के प्रकोप से मुक्त हों, सुख और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ें।
राष्ट्रपति ने ऑलिंपिक मेडल विजेताओं से कहा- आपकी उपलब्धि पर सारे देश को गर्व
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में टोक्यो ओलंपिक-2020 के मेडल विजेताओं से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने कहा कि टोक्यो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। आपकी टीम ने ऑलिंपिक के इतिहास में सबसे ज्यादा पदक जीते। पूरा देश इस उपलब्धि पर गर्व कर रहा है।

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