Chardham Yatra News: एक तरफ चारधाम यात्रा में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे राज्य सरकार के इंतजाम धराशायी साबित हो रहे, जिसके चलते कई तरह के प्रतिबंध लगाकर यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के प्रयास हो रहे लेकिन श्रद्धालुओं की नियंत्रित संख्या को लेकर कभी धामों के तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज की नाराजगी जाहिर हो रही तो कभी होटल और दूसरे कारोबारियों की। ताजा मामला यमुनोत्री धाम की यात्रियों को मार्ग में रोकने और नियंत्रित संख्या में श्रद्धालुओं को जाने देने की मौजूदा व्यवस्था को लेकर यमुना घाटी होटल एसोसिएशन के सड़क पर उतरकर धामी सरकार और जिला प्रशासन पर फूटे गुस्से से जुड़ा है।
विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे यमुना घाटी के होटल कारोबारियों की मांगें:
- कट्टा पत्थर में यात्रियों के वाहनों को न रोक कर वाहनों को सीधे पाली गाड़ भेजा जाए।
- स्याना चट्टी तथा राणा चट्टी के लिए हर आधा घंटे बाद वाहनों को गेट सिस्टम से भेजा जाए क्योंकि स्याना चट्टी व राना चट्टी बीच का स्टेशन होने कारण होटल स्वामियों को अधिक नुकसान हो रहा है और होटल स्वामियों को बुकिंग कैंसल हो रही हैं।
- जिन यात्रियों की एडवांस बुकिंग हो रखी है, उनको बुकिंग किए होटलों में भेजा जाए क्योंकि जाम में घंटों फंसने के कारण श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के बिना दर्शन किए वापस जाना पड़ रहा है जिस कारण होटल स्वामियों की बुकिंग कैंसल होनी शुरू हो गई है।
- पाली गाड़ से जानकी चट्टी व खरसाली के लिए हर डेढ़ घंटे बाद वाहनों की आवाजाही गेट सिस्टम के द्वारा होनी चाहिए क्योंकि पाली गाड़ में अधिक समय तक वाहनों को रोकने से जानकी चट्टी व खरसाली के होटल स्वामियों व होम स्टे वालों को अधिक नुकसान हो रहा है।
- पाली गाड़ से छोटे वाहनों की आवाजाही पर रोक नहीं होनी चाहिए।
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