Pure पॉलिटिक्स: उत्तराखण्ड की सियासत में आज सबसे बड़ा मुद्दा है केदारनाथ उपचुनाव। भले तारीख़ों का ऐलान अभी तक नहीं हुआ हो लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के लिए इस सीट पर जीत हासिल करना जीवन-मरण का प्रश्न बनता दिखाई दे रहा है।
इसी बीच दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाक़ात कर लौटे पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने साफ़ संकेत दे दिए हैं कि ना तो वे ख़ुद केदारनाथ उपचुनाव लड़ने वाले हैं और ना ही किसी अन्य को यह प्रयास करने दिया जाएगा क्योंकि केदारनाथ में स्थानीय स्तर पर नेता मौजूद हैं और वे बेहतर ढंग से स्थानीय समस्याओं पर काम कर सकते हैं।
ऐसे में राजनीतिक समीक्षक मान रहे हैं कि गणेश गोदियाल ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हरक सिंह रावत या किसी अन्य की पैरवी करने के इरादों को जवाब दिया है।