Uttarakhand News: धामी सरकार ने राजपाल लेघा को उत्तराखंड के खनन विभाग का नया निदेशक बना दिया है। बताया जा रहा है कि इसकी तैयारी एसएल पैट्रिक के निलंबन से पहले ही हो गई थी। राजपाल लेघा वर्तमान में अपर निदेशक पद पर तैनात हैं और अब उनको खनन निदेशक का अतिरिक्त दायित्व सौंपा है। माना जा रहा है कि निदेशक पद से अगले महीने जून में रिटायर होने जा रहे एसएल पैट्रिक निलंबन के बाद वीआरएस भी ले सकते हैं।
अगर ऐसा होता है तो राजपाल लेघा को एडिशनल चार्ज की जगह निदेशक की जिम्मेदारी मिल सकती है। बताया जा रहा है कि राजपाल लेघा को 2021 में ज्वाइंट डायरेक्टर बनाने के थोड़े समय बाद ही एडिशनल डायरेक्टर पद पर पदोन्नत कर दिया गया था और अब निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार मिल गया है। पावर कॉरिडोर की चर्चा पर यकीन करें तो संभव है कि जल्दी ही एसएल पैट्रिक वीआरएस ले लेंगे और इसी के साथ राजपाल लेघा के लिए फुल पावर के साथ निदेशक पद पर काबिज होने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
वैसे खनन विभाग के अरसे से बिग शार्क रहे एसएल पैट्रिक को भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि वे अपने ही तीर से शिकार होकर ऐसे लहूलुहान होंगे कि दो महीने बाद सुकून से रिटायरमेंट का सुख भी प्राप्त नहीं कर पाएंगे। यूं ‘बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले’ वाले अंदाज में एसएल पैट्रिक के खनन विभाग से विदा होने से उनके मुरीद अधिकारियों कर्मचारियों की हालत ‘काटो तो खून नहीं’ वाली हो ही रखी है, उनके चाहने वाले न जाने कितने खनन के खेल के ठेकेदारों में हड़कंप मचा पड़ा है।
व्हाट्सएप चैट से निलंबित एसएल पैट्रिक और उनके मुरीद ओम प्रकाश तिवारी के बीच लेन देन का कैसा सहज रिश्ता कायम था इसका खुलासा खुद पैट्रिक द्वारा रचे गए अपहरण और फिरौती के नाटक के पटाक्षेप से हो गया। वरना पैट्रिक ने तो अपने आकाओं के इशारे पर नौ अप्रैल के आपसी झगड़े के बाद 14 अप्रैल को देहरादून कैंट थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी थी लेकिन जब ओम प्रकाश तिवारी और उनकी व्हाट्सएप चैट बाहर निकली तो अदालत का हथौड़ा चलने का संकट दिखने लगा और सरकार ने बिना देरी किए अपने एक्शन का चाबुक पैट्रिक पर चला दिया। अब विभागीय जांच होगी और पैट्रिक को खुद पर लगे आरोपों का जवाब देकर अपने को पाक साफ साबित करना होगा।
खैर एक जमाने से खनन विभाग के सर्वेसर्वा की भूमिका में नजर आए एसएल पैट्रिक तो अब बीते कल की बात हुए लेकिन राजपाल लेघा खनन विभाग में राजस्व बढ़ाने को लेकर क्या छाप छोड़ते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।