
- प्रशासन का पड़ा हथोड़ा तो स्कूल प्रबंधन के होश आए ठिकाने, जमा कराई 5,72,000 की पेनल्टी
- बैकफुट पर आए देहरादून के नामी गिरामी निजी स्कूल
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर कड़ा प्रहार जारी
- जिला प्रशासन ने निकाली निजी स्कूलों की हेकड़ी; मानक विपरीत फीस वसूली पर 5,72,000 की पेनल्टी
- द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल, भनियावाला फीस कम करने का जिला प्रशासन को लिख चुका है पत्र, अब जमा कराई पेनल्टी
- प्रशासन के बुलाने के बाद भी नहीं हुए थे हाजिर, प्रशासन में खंगाले कागज तो सामने आया सच
Dehradun News: देहरादून के नामी गिरामी निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने को लेकर आज जैसा एक्शन हो रहा शायद ही पहले कभी दिखा हो! महंगी किताबों और फीस के नाम पर अभिभावकों की जेब पर डाका डाल रहे निजी स्कूल जिला प्रशासन की सख्ती के चलते लाखों की पेनल्टी भरने को मजबूर हैं। ताजा मामला शहर के भानियावाला में स्थित द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल से जुड़ा है। निजी स्कूल को प्रशासन के निर्देश के बावजूद अभिभावकों से मोटी फीस वसूलने के एवज में फाइन के तौर पर 5 लाख 72 हजार रुपए की पेनल्टी जमा करानी पड़ी है। इतना ही नहीं द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल को लिखित रूप में फीस कम करने की सहमित भी जिला प्रशासन को देनी पड़ी है।

ज्ञात हो कि देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल पिछले कुछ दिनों से शिक्षा माफिया पर कड़ा रूख अपनाए हुए हैं। इससे एक तरफ़ जहां अभिभावकों में खुशी है, वही दूसरी तरफ शिक्षा माफिया में प्रशासन का डर पैदा होता दिखाई दे रहा है।
दरअसल कुछ माह पूर्व प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निजी शिक्षा माफ़िया पर लगाम लगाने के निर्देश दिए थे। उसी क्रम में देहरादून जिला प्रशासन डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में शिक्षा माफिया पर निरंतर कार्यवाही कर रहा है। अभिभावकों से फीस के नाम पर वसूली की शिकायतों पर जिला प्रशासन द्वारा शहर के कई नामी-गिरामी निजी स्कूलों पर कार्यवाही से जहां शिक्षा माफिया के हौसले पस्त हुए हैं, वहीं बड़े-बड़े स्कूलों का फीस बढ़ोतरी का खेल भी सामने आया है। फीस बढ़ोतरी पर डीएम के निर्देशानुसार देहरादून जिला प्रशासन जीरो टालरेंस की नीति अपनाए हुए है।
जिस तरह से जिला प्रशासन कड़ा रूख अख्तियार कर निरंतर कार्यवाही कर रहा है, उससे देहरादून शहर और जिले के दूसरे कस्बों में संचालित निजी नामी गिरामी स्कूलों के तेवर ढीले पड़ गए हैं। इसी का परिणाम है कि निजी स्कूल प्रबन्धन अब अपनी बढ़ी हुई फीस घटाने को मजबूर हो रहे हैं।
इसी कड़ी में अब द प्रेसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल भानियावाला के स्कूल प्रबन्धन ने फीस कम करने का पत्र प्रशासन को दिया है। जिला प्रशासन की दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे अब शिक्षा माफिया के हौसले नहीं टिक पा रहे हैं, जिससे जिले के कई नामी गिरामी स्कूल अब मनमर्जी फीस बढ़ोतरी पर बैकफुट पर आए हैं।
जिला प्रशासन ने जैसे ही सख्ती दिखाई तो धीरे-धीरे स्कूल फीस बढ़ोतरी का पूरा खेल भी खुलने लगा है। द प्रसिडेंसी इन्टरनेशनल स्कूल, भनियावाला का मामला सामने तब आया, जब 100 से अधिक अभिभावकों ने फीस बढ़ोतरी की शिकायत थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने स्कूल का निरीक्षण कर स्थिति देखी तो खुलासा हुआ कि स्कूल बिना मान्यता नवीनीकरण के संचालित हो रहा था जिस पर प्रशासन ने 5 लाख 72000 रु की पेनल्टी लगा दी थी। मजबूरन स्कूल प्रबंधन को लाखों की पेनल्टी अब चुकानी पड़ी है और साथ ही जिला प्रशासन को लिखित रूप में सहमति देनी पड़ी है कि बढ़ी हुई फीस को कम किया जा रहा है।

