SHRADHA MURDER CASE: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्लाद आशिक आफताब द्वारा लिव इन रिलेशन में रह रही गर्लफ्रेंड श्रद्धा वॉकर की हत्या केस में पुलिस के हाथ एक के बाद एक जानकारी लग रही है। अब खुलासा हुआ है कि श्रद्धा की हत्या कर बॉडी के 35 टुकड़े कर जंगल में फेंक देने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या करने के बाद न इस पर पछतावा था और न ही उसे किसी तरह की सजा का डर था।
उल्टे उसने हत्याकांड के बाद श्रद्धा के बैंक अकाउंट से 54 हजार रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर किए और डेटिंग एप बंबल पर नई नई गर्लफ्रेंड बनाता रहा और जिस घर में उसने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी और बॉडी के 35 टुकड़े कर फ्रीज भर दिया था, वहीं वह नई नई गर्लफ्रेंड बुलाकर मौज मस्ती करता रहा। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है आरोपी आफताब ने महरौली पुलिस के सामने पूछताछ में खुलासा किया है कि डेटिंग एप बंबल के माध्यम से उसने श्रद्धा की हत्या करने के बाद 20 से अधिक गर्लफ्रेंड्स बना ली थी और उनमें से अधिकतर उसके साथ उसी फ्लैट तक पहुंची भी जहां उसने अपनी लिव इन पार्टनर को मौत के घाट उतारा था।
अब इस हत्याकांड के आरोपी को सजा दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस ने डेटिंग एप बंबल से संपर्क साधकर आफताब के संपर्क में आई इन सभी लड़कियों की डिटेल्स मांग ली है ताकि जरूरत पड़ने पर उन सभी लड़कियों को बुलाकर पूछताछ की जा सके। आरोपी आफताब की मोड्स ओपरांडी यह रहती थी कि वह हर बार नया सिम लेकर डेटिंग एप बंबल पर नई नई लड़कियों से दोस्ती गांठ लेता था। सिम वह अपने नाम पर ही लेता था और अपने कई सिम उसने दिल्ली से ही खरीदे।
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने अपना मोबाइल हैंडसेट OLX पर बेच दिया था और उसने सिम तोड़कर फेंक दिया। आरोपी ने फिर दिल्ली में दूसरा मोबाइल सेट और सिम खरीदा था। इस पूरे मामले में उजागर हुआ कि आफताब बेहद शातिराना ढंग से श्रद्धा की हत्या करने के बाद सबूत मिटाने की मुहिम पर निकला था। न केवल हत्या के बाद श्रद्धा की बॉडी के 35 टुकड़े कर उनको फ्रीज में रख दिया और एक एक कर रोज रात्रि को ठिकाने लगाने लगा बल्कि खून से सने अपने और श्रद्धा के कपड़े भी उसने कचरे के साथ गायब कर डाले। हत्याकांड में इस्तेमाल किया गया चाकू/ छुरी खोजना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती श्रद्धा की डेडबॉडी के फेंके पार्ट्स खोजना भी है। आफताब का नार्को टेस्ट भी इसीलिए दिल्ली पुलिस करा रही ताकि यह पता चल सके कि वह सच बोल रहा है या झूठ।