Target killings of Hindus in Kashmir कश्मीर में आतंकवादियों ने एक और टारगेट किलिंग को अंजाम दे दिया है। कश्मीर के कुलगाम में एक आतंकी ने बैंक में घुसकर राजस्थान के रहने वाले इलाकाई देहाती बैंक के मैनेजर की गोली मार कर हत्या कर दी। गुरुवार को जब बैंक में लोगों की भीड़ नहीं थी तब एक आतंकी बैंक में घुसा और मोहनपोरा ब्रांच मैनेजर विजय कुमार को गोली मार दी। जिसके बाद उनको नाजुक हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पूरे एरिया को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है और आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है।
अभी 3 दिन पहले ही आतंकवादियों ने कुलगाम में ही एक टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जम्मू कश्मीर में महीनेभर में 6 टारगेट किलिंग हो चुकी हैं जिसके बाद लोगों में दहशत का माहौल है, खासकर कश्मीरी पंडित सामूहिक रूप से कश्मीर से जम्मू शिफ्ट होने का अल्टीमेटम दे चुके हैं। जबकि 3 जून यानी कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा करेंगे जिसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और NSA अजित डोभाल भी शामिल होंगे।
आतंकियों ने टारगेट कर हिंदुओं खासकर कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। बीते महीने सबसे पहले 12 मई को बडगाम में सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। उसके बाद 13 मई को पुलवामा में पुलिसकर्मी रियाज अहमद ठाकोर, 24 मई को कॉन्स्टेबल सैफुल्लाह कादरी, 25 मई को टीवी कलाकार अमरीन भट्ट, 31 मई को कुलगाम में टीचर रजनी बाला की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
दरअसल जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, हिन्दू और गैर कश्मीरी मजदूरों को टारगेट कर हत्या की है। जबकि हमेशा की तरह सरकारी मुलाजिमों को भी निशाना बनाया है। वहीं एक के बाद एक ही रही आतंकी घटनाओं के बाद दहशत के माहौल में जीने को मजबूर कश्मीरी पंडित 19 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के जरिए नौकरी पाने वाले कश्मीरी पंडित कामकाज का बहिष्कार कर सामान्य हालात होने तक जम्मू भेजे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके बाद कल ही कश्मीर प्रशासन ने ऐलान किया था कि तमाम कश्मीरी पंडितों को जिला हैडक्वार्टर में पोस्टिंग दी जाएगी।