UKSSSC News: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने रिटायर्ड आईएएस एसएस रावत की अध्यक्षता में गठित एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट को आधार बनाकर बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा रद्द करते हुए ये तीनों भर्ती परीक्षा दोबारा कराने का फैसला किया है।
जबकि आयोग ने सहायक अध्यापक LT भर्ती को क्लीनचिट दे दी है। आयोग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। नौ जनवरी से लिखित परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कार्य शुरू होगा। जाहिर है आयोग के इस फैसले से एलटी भर्ती के चयनित अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है लेकिन दूसरी परीक्षाओं के अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा के फैसले के विरोध में उतर आए हैं।
यूकेएसएसएससी परीक्षा में नकल के मामले में आयोग ने शुक्रवार को एक अहम निर्णय लिया। आयोग ने तीन परीक्षा रद्द करते हुए दोबारा कराने का फैसला लिया है। हालांकि आयोग के इस फैसले के बाद चयनित अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इन अभ्यर्थियों ने आयोग का घेराव किया और मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज कराया।
इन अभ्यर्थियों ने आज UKSSSC के कार्यालय का घेराव भी किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुंडन कराकर आयोग के फैसले पर अपना विरोध दर्ज कराया। आपको बता दें कि आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिव सचिवालय रक्षक की परीक्षा दोबारा करने का फैसला लिया है। जबकि कनिष्ठ सहायक, व्यक्तिगत सहायक, पुलिस रैंकर उपनिरीक्षक, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक और मुख्य आरक्षी दूरसंचार भर्ती पर निर्णय लेने के लिए विधिक राय मांगी है।
ध्यान दें कि केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे जिन्होंने पूर्व में भी परीक्षा दी थी। आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि जो परीक्षा रद्द की गई हैं, उनमें केवल वही अभ्यर्थी दोबारा होने वाली परीक्षा में बैठ सकेंगे, जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यर्थियों को केवल एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों का नाम नकल प्रकरण में आया है, उन्हें इस परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। वहीं भविष्य में होने वाली अन्य परीक्षाओं में भी उन्हें नहीं बैठने दिया जाएगा।