UKSSSC Paper Leak Recruitment Scam exposed Chairman Resigns but Secretary Santosh Badoni feels above all ! स्नातक स्तर के 13 विभागों के 916 पदों को लेकर 4 और 5 दिसम्बर 2021 को हुई परीक्षा में दो लाख 69हजार आवेदन भरे गए थे और एक लाख 49 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।
UKSSSC यानी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रिजल्ट भी घोषित कर दिया लेकिन जब उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार के साथ कुछ और बेरोजगार युवा सबूत के रूप में अहम दस्तावेजों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिले तो इस भ्रष्टाचार के खेल का भंडाफोड़ हुआ और सीएम के निर्देश पर केस दर्ज हुआ।
उसके बाद से एसटीएफ एक दर्जन से अधिक आरोपियों को अरेस्ट कर चुकी है और कई सफेदपोश बेनकाब होने के डर से मारे-मारे फिर रहे हैं। यहां तक कि आयोग के चेयरमैन पद से नैतिकता का लबादा ओढ़ इस्तीफा दे रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट एस राजू भी चलते बने। लेकिन तमाम आरोपों और जांच की मांग के बीच अभी भी आयोग के सचिव के पद पर संतोष बडोनी काबिज हैं।
सचिव बडोनी पर इस भर्ती भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वाले बॉबी पंवार से लेकर तमाम बेरोजगार युवा सवाल उठाते थे हैं, अब हरिद्वार के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी को निशाने पर लिया है। देखना दिलचस्प होगा अब भी क्या बडोनी का रसूख उनकी कुर्सी की हिफाजत कर पाता है या हजारों बेरोजगार युवाओं की मांग बडोनी की छुट्टी के साथ इस बार पूरी हो जाएगी।
विधायक उमेश कुमार ने आयोग की भर्तियों में लगातार लगते धांधली के आरोपों के चलते न केवल संतोष बडोनी को नैतिकता का तकाजा समझाया है बल्कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से युवाओं के हित को देखते हुए भर्ती घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर डाली है। निर्दलीय विधायक उमेश ने यह भी दावा किया है कि वे विधानसभा सदन में तो इस मुद्दे को उठाएंगे ही लेकिन सीबीआई जांच के लिए पूरा दमखम भी लगा देंगे।
यहां पढ़िए खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए UKSSSC सचिव संतोष बडोनी को खुले पत्र में क्या कहा है:
विधायक उमेश कुमार का सोशल मीडिया में वायरल पत्र
“UKSSSC के सचिव श्रीमान संतोष बडोनी के नाम खुला पत्र।
वाह!! ये तो गजब हो गया कि पेपर लीक मामले में अध्यक्ष एस राजू ने तो इस्तीफा दे दिया पर बडोनी जी का सचिव की कुर्सी से मोह है कि छूटता ही नही ??
भाई नैतिकता भी कोई चीज होती है !! पर शायद आप में नही है!!
देश में 1956 में तत्कालीन रेलमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने रेल हादसे में 112 लोगो की मौत के बाद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।
90 के दशक में राजनीति के गलियारों में हलचल मचा देने वाले 64 करोड़ रुपये के जैन हवाला कांड में नाम आने पर BJP के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने साल 1996 में संसद की सदस्यता से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।
वहीं 2008 में महाराष्ट्र में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।
वहीं अब देर सवेर ही सही आपके अध्यक्ष एस राजू ने भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे ही दिया।
बडोनी साहब!! यानी कि नैतिकता भी कोई चीज होती है ।। और आपको बता दूँ नैतिकता का कनेक्शन इंसान की इज्जत से भी जोड़ा जा सकता है और इज्जत और नाक का भी बड़ा कनेक्शन है….. लेकिन आपकी नाक के नीचे तो पेपर लीक हो रहे हैं !! इसलिए ये माना जाए कि आपकी इज्जत भी लीक हो रही है तब भी आप कुर्सी पर चिपके हुए हैं !!!
आपके पास जब भी युवा आये कि घपला हुआ है तो आपका बयान आया कि जो नहीं निकल रहे हैं वो हंगामा कर रहे हैं!! कोई घपलेबाजी नहीं हुई है।।
अब जब धीरे धीरे कलई खुल रही है तो कई बेनकाब हो रहे हैं।
मैं तो दावे के साथ कह रहा हूँ कि जब से आयोग अस्तित्व में आया है तब से कहीं न कहीं ये फर्जी भर्तियों का खेल चल रहा है।
मेरी तो सरकार से माँग है कि सबसे पहले इस आयोग के अध्यक्ष, सचिव समेत तमाम जिम्मेदार लोगों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए।
मैं माननीय मुख्यमंत्री से ये भी माँग करता हूँ कि इस पूरे आयोग की भर्तियों की सीबीआई जाँच की जाए !!!
प्रदेश के गरीब, मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चे दिन-रात मेहनत करके परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और नकल माफियाओं का गिरोह उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रहा है।
इन युवाओं के जो साल बर्बाद हो रहे हैं उनका हिसाब किताब कौन चुकता करेगा??माँ बाप घरों में इंतज़ार कर रहे हैं कि हम गरीबों के बच्चे नौकरी लगेंगे, हमारा सहारा बनेंगे…. वो दो रोटी कम खाकर अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं पर प्रदेश में ये हालत हैं !!
बडोनी साहब!! कब तक निपोड़ी हँसी में इन युवाओं का भविष्य दांव पर लगाओगे ।। इतने गैर जिम्मेदराना कांड होते हुए भी अभी तक आपका इस्तीफा नहीं हुआ जो बड़े ही शर्म की बात है।
मैं सदन के अंदर भी प्रदेश में फैले इस भ्र्ष्टाचार की आवाज उठाता रहूँगा और इसकी सीबीआई जांच करवाने के लिए पूरा दम खम लगा दूंगा।”